संत समाज मन को कल्याण देने वाला तीर्थ होता है - सुधांशु त्रिवेदी
लोकसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि संत समाज मन को कल्याण देने वाला तीर्थ होता है। जैन धर्म में इसीलिए तीर्थंकर की अवधारणा है। तीर्थंकर सर्वज्ञ होता है। जो शुद्ध शाकाहारी होता है, वह जैन होता है, ऐसी विदेशों में धारणा है। मांसाहार से चेतना नीचे गिरने लग जाती है। जैन धर्म के सिद्धांतों से चेतना ऊर्ध्व को प्राप्त करती है। जैन धर्म में ज्ञान का स्तर उच्च है। नमस्कार महामंत्र का महत्त्व समझाया।