नशे की लत छुड़ाने के लिए हृदय परिवर्तन आवश्यक: आचार्यश्री महाश्रमण
नंदनवन, 4 नवंबर, 2023
नशामुक्ति अभियान प्रेरक, जन-जन को नशा मुक्त बनाने वाले आचार्यश्री महाश्रमण जी ने पावन प्रेरणा प्रदान करते हुए फरमाया कि आध्यात्मिक जगत में मोक्ष का मानो सर्वोपरि महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। अध्यात्म की साधना का एक अंतिम लक्ष्य हैµमोक्ष की प्राप्ति। सर्व दुःखमुक्ति। प्रश्न होता है, मोक्ष की प्राप्ति क्यों? इसलिए कि वहाँ कोई दुःख नहीं है, वहाँ एकमात्र सुख ही सुख होता है। जन्म-मृत्यु, बीमारी, रोग, शोक कोई प्रकार का दुख नहीं। पूर्णतया निर्विकारता और शाश्वत सुख की स्थिति। मोक्ष प्राप्ति इस मानव जीवन का परम लक्ष्य बनाना चाहिए।
जब सर्वज्ञान प्रकाशित हो जाएगा, अज्ञान-मोह का विवर्जन हो जाएगा, राग-द्वेष का क्षय हो जाएगा तो हमारी आत्मा एकांत सुख मोक्ष को प्राप्त हो सकेगी। हमारे भीतर संस्कारों का जगत है। सद्-असद् दोनों प्रकार के संस्कार होते हैं। अज्ञान और मोह के कारण व्यक्ति गलत काम कर सकता है। काम और क्रोध व्यक्ति को अपराध की ओर ढकेलते हैं।
गुरुदेव तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन आगे बढ़ाया था। आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी ने अणुव्रत के कार्यों में गति दी थी। ड्रग्स की आदत के निवारण के लिए आज यह सेमिनार हो रहा है। अणुव्रत विश्वभारती ने नशामुक्ति अभियान का कार्य हाथ में लिया है। ध्यान-कायोत्सर्ग से भी नशे की आदत को छुड़ाने के प्रयास किए जा सकते हैं। अध्यात्म योग साधना से खराब संस्कारों को समूल मिटाने का कार्य किया जा सकता है। सम्यक् ज्ञान के द्वारा लोगों को नशे के भयंकर परिणामों को समझाया जा सकता है।
आज सरकार व डाॅक्टर्स द्वारा भी नशे से होने वाले नुकसान को समझाया जा रहा है और नशे की आदत से बाहर निकाला जा सकता है। ड्रग्स निवारण में अनेकों की शक्ति लगी है। हृदय परिवर्तन से भी लोगों की नशे की आदत को दूर किया जा सकता है। साधु-संत उपदेश से लोगों के गलत संस्कारों को समझाकर दूर कर सकते हैं। पुरुषार्थ होता रहे। आदमी अच्दा आदमी बने।
आज साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी का दीक्षा दिवस है। 31 वर्ष पूर्व आप समण श्रेणी से साध्वी समाज में आई थी। अब आप साध्वियों में प्रमुख हैं। साध्वीवर्या नंबर दो पर हैं। लोगों का आध्यात्मिक उत्थान हो यह प्रयास-विकास होता रहे।
पूज्यप्रवर के पावन सान्निध्य में अणुविभा के निर्देशन में Elevate. Proude to be Drug free पर डाॅक्टर्स का राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन शुरू हुआ। अशोक कोठारी, अविनाश नाहर ने अपनी भावना अभिव्यक्त की। वीडियो के द्वारा ड्रग्स के नुकसान को समझाया गया। डाॅ0 एस0वी0 खानवलकर, डाॅ0 गौतम भंसाली, डाॅ0 लक्ष्मण ने ड्रग्स के नुकसान के कारण कितना शारीरिक नुकसान होता है, उसको समझाया। आईपीएस मधुकर पांडे, विधायक गीता जैन, आईपीएस संजय कुमार सिंह, मनोज मुंतसे, महराष्ट्र सरकार के मंत्री सुधीर, लेफिटनेंट कर्नल आशीष, ललन तिवारी, आईपीएस सचिन जैन ने भी अपनी भावना अभिव्यक्त की।
पूज्यप्रवर ने नशामुक्ति के संकल्प करवाए। सुमति गोठी ने सभी की ओर से इस अभियान को विश्व स्तर पर पहुँचाने का संकल्प लिया। तेजकरण सुराणा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार जी ने किया।