गुरु के मुखारविंद से निकले हर संकल्प होते हैं पूरे
साध्वी पावनप्रभा जी एवं साध्वी सिद्धप्रभा जी का बोरगांव इचलकरंजी से तेरह किलोमीटर का विहार कर कर्नाटक की सीमा में मंगल प्रवेश हुआ। बेलगांव के कुंद कुंद स्कूल में कर्नाटक मंगल प्रवेश पर साध्वी पावनप्रभा जी ने कहा कि गुरुदेव से प्राप्त इंगित आराधना ही हमारे जीवन का लक्ष्य रहता है। साध्वी सिद्धप्रभा जी ने कहा कि कर्नाटक वासियों पर आचार्यश्री महाश्रमण जी का विशेष कृपा है। इस वर्ष इस राज्य को सात चातुर्मास प्राप्त हुए हैं। सहवर्ती साध्वीवृंद का अच्छा सहयोग मिल रहा है। कर्नाटक सीमा के मंगल प्रवेश पर साध्वी आस्थाश्री जी ने साध्वी वृंद का स्वागत अभिनंदन किया। हिरियुर से तेजराज चोपड़ा, देवराज चोपड़ा, चित्रदुर्गा से भावना जैन, विजयनगर बैंगलोर से तेयुप मंत्री कमलेश चोपड़ा ने साध्वी वृन्द के स्वागत में विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर तेयुप सहमंत्री रौनक चौरडिया, विहार सेवा संयोजक पंकज कोचर एवं कर्नाटक, महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों के श्रावक-श्राविकाओ की उपस्थिति रही।