युवालोक भवन में अभातेयुप के केन्द्रीय कार्यालय हुआ लोकार्पण

गुरुवाणी/ केन्द्र

युवालोक भवन में अभातेयुप के केन्द्रीय कार्यालय हुआ लोकार्पण

लाडनूं, 27 जनवरी, 2022
जैन श्‍वेतांबर तेरापंथ समाज के 45 हजार से अधिक युवाओं एवं 351 शाखा परिषदों के विशाल संगठन अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के जैन विश्‍व भारती स्थित युवालोक भवन में नवनिर्मित केन्द्रीय कार्यालय का लोकार्पण आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन पदार्पण एवं मंगलपाठ के साथ हुआ। अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा एवं पूरे प्रबंध मंडल व विशिष्टजनों की गरिमामयी उपस्थिति में अनुदानदाता परिवार के सदस्य जगतसिंह-मधु, नवीन-सुषमा, वरुण, मनुज बैंगानी, लाडनूं-कोलकाता द्वारा कार्यालय का लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर उद्बोधन प्रदान करते हुए आचार्यश्री महाश्रमणजी ने कहा- ‘परम पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी के समय अनेक संस्थाओं ने जन्म लिया। उनमें से एक है ‘अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद्’। यह संस्था जैन श्‍वेतांबर तेरापंथ समाज की एक अच्छी संस्था है। इस संस्था के मूल सदस्य तो युवा ही होते हैं। अवस्था भी अपने आप में महत्त्वपूर्ण होती है। युवकत्व में शक्‍ति भी होती है। इसलिए युवा शक्‍ति शब्द प्रयुक्‍त होता है। वृद्ध है तो वे अपना अनुभव देते हैं लेकिन जहाँ भागदोड़ करनी हो वहाँ युवा काम आते हैं। कठिन काम हो तो युवा लोग सामने आते हैं तो वह कार्य शक्‍तिमत्ता के साथ संपादित होने की संभावना रहती है। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद अनेक गतिविधियों को संचालित कर रही है और कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिलता है। विनम्रता का भाव, कार्य करने की प्रबलनिष्ठा भी देखने को मिलती है। आध्यात्मिक गतिविधियाँजैसे सामायिक आदि भी आजकल युवा लोग करते हैं, यह अच्छी बात है। किशोर मंडल भी साथ में जुड़ा हुआ है। किशोरों में अच्छे संस्कार, युवको में अच्छी निष्ठा है, यह अच्छी बात है। यह युवालोक तो पुराना है लेकिन कार्यालय का रूप नया है। युवालोक यानि युवा जगत। दूसरा युवा आलोक यानि युवाओं में प्रकाश। तो दोनों को बोल सकते हैं। युवालोक यानि युवाओं में प्रकाश रहे और युवकों में अच्छी भावना, अच्छे संस्कार रहें और अच्छा कार्य होता रहे।’ मुख्य मुनि महावीरकुमारजी ने प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा‘युवाओं में जोश है, जोश के साथ होश बना रहे। समाज का प्रत्येक युवक अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के साथ जुड़े और आचार्य प्रवर के पावन पथदर्शन के साथ स्वयं के और संघ के आध्यात्मिक विकास में सहयोग करे।’ अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेशकुमारजी ने कहा- ‘गुरुइंगित के अनुरूप प्रत्येक युवक संघ व संगठन के प्रति श्रद्धा व भक्‍ति के साथ आगे बढ़ने हेतु तैयार है। कार्यकर्ता संगठन के प्रति अपना उत्तर दायित्व स्वयं समझते हैं। आचार्य प्रवर के मार्ग दर्शन में युवा शक्‍ति अध्यात्म की दिशा में आगे बढ़ती रहे।’
राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने आचार्य प्रवर के प्रति संपूर्ण युवाशक्‍ति की ओर से कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए नवनिर्मित केन्द्रीय कार्यालय में पूज्यप्रवर का श्रद्धासिक्‍त अभिनंदन किया। प्रबुद्ध विचारक श्री नवीन बैंगानी ने कार्यालय के निर्माण में सहयोग को अपने परिवार का सौभाग्य बताया। इस अवसर पर संस्था शिरोमणी जैन श्‍वेतांबर तेरापंथी महासभा के अध्यक्ष सुरेशचंद गोयल, जैन विश्‍व भारती के पूर्व कुलपति राकेश कठोतिया, महामंत्री प्रमोद बैद, अ0भा0 तेरांपथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्षा नीलम सेठिया, अ0भा0 तेरापंथ युवक परिषद् के पूर्व अध्यक्ष विमल कटारिया, उपाध्यक्ष रमेश डागा, जयेश मेहता, महामंत्री पवन मांडोत, सहमंत्री अनंत बागरेचा, भूपेश कोठारी, कोषाध्यक्ष भरत मरलेचा, पंचमंडल सदस्य मूलचंद नाहर, कार्यालय प्रबंधक राजेन्द्र खटेड़ सहित राष्ट्रीय कार्यसमिति के अनेक सदस्य एवं समाज के अनेक विशिष्ट महानुभाव उपस्थित थे। पूज्य गुरुदेव ने नवनिर्मित कार्यालय के प्रत्येक कक्ष का अवलोकन कर कृपावृष्टि की। पूज्य गुरुदेव के पावन पदार्पण एवं मंगल पाठ के पश्‍चात नवनिर्मित केन्द्रीय कार्यालय का जैन संस्कार विधि से शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा की अध्यक्षता एवं पूरे प्रबंध मंडल की गरिमामयी उपस्थिति में अभातेयुप उपाध्यक्ष एवं जैन संस्कारक जयेश मेहता द्वारा संपन्‍न करवाया गया।