अणुव्रत, जीवन विज्ञान और प्रेक्षाध्यान तेरापंथ धर्मसंघ के विश्वस्तरीय आयाम: आचार्यश्री महाश्रमण
चातुर्मास संपन्नता से पूर्व मुंबई समाज द्वारा त्रिदिवसीय मंगलभावना समारोह
नंदनवन, 25 नवंबर, 2023
पूज्यप्रवर की सन्निधि में पूज्यप्रवर एवं समस्त चारित्रात्माओं की मंगलभावना कार्यक्रम आज से शुरू हुआ। पूज्यप्रवर का 28 जून को इस नंदनवन में पावन प्रवास हेतु प्रवेश हुआ था। अनेकानेक उपलब्धियाँ इस मुंबई चातुर्मास में रहीं। आगम वाणी के अधिकृत व्याख्याता आचार्यश्री महाश्रमण जी ने मंगल देशना प्रदान करते हुए फरमाया कि आगम भगवती सूत्र सब आगमों में विशालतम आगम है। अंग आगमों में यह पाँचवें नंबर का आगम है। विभिन्न विषयों का वर्णन इस आगम में हुआ है। इसमें पवित्र ज्ञान-तत्त्व की वाणियाँ हमें प्राप्त होती हैं।
गौतम स्वामी का नाम तो अनेक बार इसमें आ गया है। महावीरे-महावीरे भी अनेक बार आया है। इस चातुर्मास में भगवती सूत्र के आधार पर कुछ व्याख्या करने का, कुछ बताने का मैंने प्रयास किया। इसके दिशा-निर्देशों पर हम चिंतन करें। अनेक श्रावकों के प्रसंग भी इसमें प्राप्त होते हैं। जिन्होंने जीवाजीव को जाना है। आज इस आगम ग्रंथ की हम मंगलभावना कर रहे हैं। आज का दिन आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी से भी जुड़ा दिन है। गुरुदेव श्री तुलसी ने मुनि नथमलजी टमकोर को महाप्रज्ञ यह सम्मान युक्त विशेष अलंकरण गंगाशहर में वि0सं0 2035 में प्रदान किया था। पहले वह अलंकरण था बाद में मर्यादा महोत्सव पर युवाचार्य महाप्रज्ञ हो गया। महाप्रज्ञ शब्द का बड़ा महत्त्व है, हर किसी को नहीं दिया जाता। विशेष साधक व्यक्तित्व को ही प्रदान किया जाता है। आज का दिन जीवन विज्ञान दिवस भी है, जो आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी का ही अवदान है।
अणुव्रत, प्रेक्षाध्यान और जीवन विज्ञान ये तीन हमारे विश्वस्तरीय आयाम हैं। विद्यार्थी जगत के लिए जीवन विज्ञान का बहुत महत्त्व है। शिक्षा से अज्ञान रूपी बादलों में छेद होते हैं। अज्ञान का आवरण दूर होता है। लर्निंग व अर्निंग के साथ अच्छे संस्कार भी बच्चों के जीवन में आए। अभिभावक इस ओर विशेष ध्यान दें। जीवन विज्ञान भावात्मक विकास पर ध्यान देता है। शारीरिक और बौद्धिक के साथ भावात्मक विकास भी हो। शिष्टाचार बच्चों में आए। कषायमंदता रहे। महाप्राण ध्वनि का प्रयोग करवाया। ‘पूज्यप्रवर महाप्रज्ञ भगवान’ गीत का सुमधुर संगान कराया। जीवन विज्ञान से अच्छी प्रेरणा, अच्छा पथदर्शन प्राप्त हो, मंगलकामना।
पूज्यप्रवर के मंगलभावना समारोह के आयोजन का महेश बाफना ने संयोजकत्व करते हुए रिंकल व स्वीटी लोढ़ा, मुंबई महिला मंडल अध्यक्षा विमला कोठारी, सीमा बाफना, उपासक प्रकाश धाकड़, प्रेक्षा प्रशिक्षक पारसमल दुगड़, भोजनशाला प्रभारी विनोद बोहरा, उपाध्यक्ष बाबूलाल बाफना, अमृत खटेड़, चिकित्सा प्रभारी नरेंद्र तातेड़, अर्जुनलाल कच्छारा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भंवरलाल कर्णावट, चांदरतन दुगड़, आवास संयोजक संदीप कोठारी, किशनलाल डागलिया, पंडाल व्यवस्थापक भूपेश कोठारी, शांतिलाल दुगड़, दिलीप सरावगी, अणुव्रत समिति से रोशनलाल मेहता, शोपिंग सेंटर व्यवस्थापक नरेश चपलोत, विहार संयोजक विमल सोनी, मीडिया संयोजक समकित पारख, निर्माण संयोजक बी0सी0 भालावत ने अपनी मंगलभावना अभिव्यक्त की। अणुविभा की ओर से माला कात्रेला ने अपनी भावना अभिव्यक्त की। जीवन विज्ञान पाठ्यक्रम की नई पुस्तकों का सेट पूज्यप्रवर को समर्पित किया गया।