समय का सदुपयोग कर उसे सार्थक बनाएँ: आचार्यश्री महाश्रमण

गुरुवाणी/ केन्द्र

समय का सदुपयोग कर उसे सार्थक बनाएँ: आचार्यश्री महाश्रमण

बायतू, 29 जनवरी, 2023
मर्यादा महोत्सव प्रवास के अंतिम दिवस जिन शासन प्रभावक आचार्यश्री महाश्रमण जी ने मंगल प्रेरणा पाथेय प्रदान करते हुए फरमाया कि चार दृष्टियाँ होती हैंµद्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव। एक पदार्थ का विवेचन इन चार दृष्टियों से किया जा सकता है। इनमें काल भी एक दृष्टि है। काल यानी समय। हमारे जीवन में समय का बहुत ही महत्त्व है। समय हमारे लिए सहज है और फ्री में मिलता है। हम समय का मूल्यांकन करें या न करें पर समय का मूल्य होता है। जो मूल्यवान चीज है, उसका अवमूल्यन किया जाता है तो वह भी मानो बढ़िया बात नहीं। गुरुदेव ने एक प्रसंग से समझाया कि किसी का अवमूल्यन मत करो। वरना उसे पीड़ा हो सकती है।
जो व्यक्ति जिस स्तर का है, उसके साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए। समय का भी हम अवमूल्यन न करें। समय भी कीमती चीज है। समय एक प्रकार का धन है। हमें जो मनुष्य जन्म मिला है, मनुष्य जन्म का कालमान मिला है, उसका हम अच्छा उपयोग करें। मनुष्य में ज्ञान होता है, वह चिंतनशील प्राणी है। गार्हस्थ्य में भी समय का कुछ उपयोग धार्मिक क्रिया में कर सकते हैं। एक सामायिक सुबह-सुबह हो जाए। दिनभर की आध्यात्मिक खुराक मिल सकती है। जितना समय मिल सके अच्छा उपयोग करें। समय को फालतू न गँवाएँ। जो-जो रात बीतती है, वह लौटकर वापस नहीं आती, उसका धर्म में उपयोग करें तो वो रात्रियाँ सफल हो जाती हैं। ज्ञानी व्यक्ति समय का मूल्य जानता है। समय का अच्छा उपयोग कर उसे सार्थक बनाएँ।
मुनि रजनीश कुमार जी ने समझाया कि गुरुदेव हमारी प्यास को बुझाने पधारे हैं। जैन विश्व भारती द्वारा प्रकाशित कृतियाँ पूज्यप्रवर के करकमलों में अर्पित की गई। संघ समर्पिता शासनश्री साध्वी जयप्रभा जी की जीवनी लेखिका साध्वी शीतलयशा जी द्वारा ‘स्प्रिच्युयलिटी एंड साइंस’ गुरुदेव को समर्पित की गई। पूज्यप्रवर ने आशीर्वचन फरमाया कि जैन विश्व भारती भी ज्ञान प्रसार में अच्छा कार्य करती रहे।
अणुविभा के 75वें वर्ष के संदर्भ में लोगो का अनावरण पूज्यप्रवर की सन्निधि में हुआ। पूज्यप्रवर ने अणुविभा के अमृत महोत्सव पर आशीर्वचन फरमाया। टीपीएफ द्वारा उत्कर्ष पुस्तक का लोकार्पण पूज्यप्रवर की सन्निधि में हुआ। आचार्यश्री की अहमदाबाद यात्रा के प्रसंग में अहमदाबाद प्रवास व्यवस्था समिति द्वारा लोगो का लोकार्पण पूज्यचरणों में किया गया। इस संदर्भ में अहमदाबाद प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष गौतम बाफना ने अपनी आस्थासिक्त अभिव्यक्ति दी। आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के नवनियुक्त अध्यक्ष हंसराज डागा ने अपनी अभिव्यक्ति देते हुए नई टीम के नामों की घोषणा की। आचार्यश्री ने उन्हें और उनकी टीम को पावन आशीर्वाद प्रदान किया। अभातेममं की अध्यक्षा नीलम सेठिया ने भारत सरकार द्वारा जी-20 में महिला मंडल के चयन की जानकारी दी।
कार्यक्रम में आज व्यवस्था हस्तांतरण के रूप में ध्वज हस्तांतरण का भी उपक्रम रहा। इस संदर्भ में बायतू मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति की ओर से मनोज चैपड़ा ने अपनी आस्थासिक्त अभिव्यक्ति दी। मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति के कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद व्यवस्था समिति के कार्यकर्ताओं को ध्वज हस्तांतरित किया। इस दौरान अहमदाबादवासियों ने गीत का संगान भी किया। आचार्यश्री ने सभी को आशीष प्रदान करते हुए मंगलपाठ सुनाया। अहमदाबाद वालों ने ध्वज ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार जी ने किया।