
गुरुवाणी/ केन्द्र
मंगल भावना समारोह
तेरापंथ भवन रायसिंहनगर में मुनि सुमति कुमार जी आदि ठाणा के सान्निध्य में मंगल भावना समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुनिश्री ने कहा, “साधु संतों का प्रवास तभी सार्थक है जब भाई-बहन उनके उपदेशों को ग्रहण कर जीवन में बदलाव लाकर आत्म कल्याण के पथ प्रशस्त करें।” संतों के लिए स्वागत व विदाई को एक समान बताते हुए उन्होंने 25 दिन के प्रवास की संपन्नता पर क्षमायाचना की। उन्होंने श्रावक-श्राविकाओं को प्रत्येक शनिवार शाम 7 से 8 बजे तेरापंथ भवन में सामूहिक सामायिक करने, प्रत्येक रविवार को बच्चों की ज्ञानशाला चलाने और हर महीने शुक्ल पक्ष की तेरस को आचार्य भिक्षु की धम्म जागरणा करने की प्रेरणा दी। श्रद्धालुओं ने संतों को विदाई देते हुए 25 दिन में हुए अविनय, अशातना के लिए क्षमा याचना की। सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों, सदस्यों और ज्ञानशाला के बच्चों आदि अनेकों वक्ताओं ने कविता, मुक्तक, वक्तव्य, परिसंवाद व गीतिकाओं से संतों को विदाई दी और उनकी आगामी यात्रा के प्रति मंगल कामना व्यक्त की।