सम्यक्त्व से बड़ा नहीं है कोई रत्न : आचार्यश्री महाश्रमण

गुरुवाणी/ केन्द्र

कोबा, गांधीनगर। 08 अक्टूबर, 2025

सम्यक्त्व से बड़ा नहीं है कोई रत्न : आचार्यश्री महाश्रमण