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परिवार प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ भव्य आयोजन
‘शासनश्री’ साध्वी सत्यवती जी एवं साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में अमर नगर तेरापंथ भवन में तेरापंथी सभा के तत्वावधान में परिवार प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। ‘शासनश्री’ साध्वी सत्यवती जी ने अपने उद्बोधन में कहा, “परिवार एक ऐसे उपवन का नाम है, जिसमें कमल के फूल भी हैं, गुलाब और चमेली के फूल भी हैं तो मोगरा और गेंदे के फूल भी हैं। ये सारे फूल मिलकर परिवार रूपी उपवन की शोभा बढ़ाते हैं, परिवार रूपी आंगन में प्रेम का झरना निरन्तर बहता रहे ताकि परिवार रूपी धरती हरी भरी रहे।”
साध्वी अणिमाश्री जी ने अपने वक्तव्य में कहा - हैप्पी फेमिली - हेल्दी फेमिली हर व्यक्ति की आँखों का प्यारा सा सपना होता है। हर व्यक्ति अपने परिवार रूपी धरती पर खुशहाली की फसल को लहराता देखना चाहता है किन्तु चाहने मात्र से खुशहाली नहीं आ सकती। खुशहाली की फसल तैयार करने के लिए वैसे ही बीज अंकुरित करने होगें। वो बीज बाजार से खरीदे नहीं जा सकते। वो बीज आपके भीतर विद्यमान हैं। परिवारिक खुशहाली का सबसे महत्वपूर्ण बीज है- सहनशीलता। एक दूसरे को सहना सीखें। परिवारिक सदस्यों में प्रमोद भावना होनी चाहिए। गुणों का सम्मान खुशहाली को अभिवर्जित करता है। पारिवारिक सदस्यों में एक दूसरे के प्रति सहानुभुति एवं विश्वास होना चाहिए। विश्वास वो बरगद का पेड़ है जिसकी शीतल छाया में हर व्यक्ति चैन की बंसी बजाता है। सप्ताह में सात वार होते हैं। किन्तु परिवार रूपी आठवें वार में आनंद एवं खुशहाली है तो सप्ताह के सातों वार आनन्दमय, शान्तिमय बन जाएगें।
साध्वी कर्णिकाश्री जी एवं साध्वी शशिप्रज्ञा जी ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। साध्वी पुण्यदर्शना जी, साध्वी समत्वयशा जी, साध्वी मैत्रीप्रभा जी, साध्वी रोशनीप्रभा जी ने सुंदर एवं भावपूर्ण गीत का संगान किया। सभाध्यक्ष सुरेश जीरावला ने स्वागत भाषण की अभिव्यक्ति दी। टीपीएफ अध्यक्ष निखिल जैन ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।