विश्वास, संवाद और संस्कार से मजबूत होते हैं रिश्ते

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राजाजीनगर।

विश्वास, संवाद और संस्कार से मजबूत होते हैं रिश्ते

हैप्पी कपल खुशियां डबल कार्यशाला में साध्वी संयमलता जी ने कहा कि विश्वास आपसी रिश्तों की डोर है, जो दांपत्य जीवन को खुशहाल और परिवार को एकजुट बनाए रखता है। सहनशीलता से हम दूसरों की भावनाओं को समझ पाते हैं और मधुर वाणी से जीवन में सुख-शांति आती है। साध्वीश्री मार्दवश्री जी ने कहा कि तकनीकी व एआई युग में संवाद की कमी के कारण रिश्ते कमजोर हो रहे हैं। बच्चों में बचपन से संस्कार और सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास जरूरी है। साध्वी मनीषाप्रभा जी ने कहा कि आपसी सम्मान से जीवन की दिशा सुदृढ़ रहती है। कार्यक्रम में अभातेममं सदस्य मधु कटारिया ने भी अपने विचार रखे। उपस्थित गणमान्यजनों में तेरापंथ सभा अध्यक्ष अशोक चौधरी, तेयुप अध्यक्ष कमलेश चौरडिया, महिला मंडल अध्यक्षा उषा चौधरी, सकल जैन समाज के सदस्य व अनेक श्रावक शामिल रहे। कार्यशाला के सफल संयोजन में रनित कोठारी व जयंतीलाल गांधी का योगदान उल्लेखनीय रहा।