आचार्य तुलसी के 99वें दीक्षा दिवस पर विशेष कार्यक्रम

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आचार्य तुलसी के 99वें दीक्षा दिवस पर विशेष कार्यक्रम

गंगाशहर।
आचार्य श्री तुलसी के 99वें दीक्षा दिवस तथा नववर्ष प्रारंभ के प्रथम दिवस पर मुनि चैतन्य कुमार जी ‘अमन’ ने कहा कि संयम में इंसानियत के दर्शन होते हैं, संयम ही मुक्ति का सच्चा पथ है, संयम प्रत्येक मानव के लिए शांति का स्वर है, इस विलासिता पूर्ण युग में संयम का होना अत्यंत जरूरी है। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्यश्री तुलसी ने आज ही के दिन 99 वर्ष पूर्व संयम के मार्ग पर प्रस्थान कर जन-जन के लिए पूज्य बन गए। लघुवय में दीक्षा स्वीकार की, युवावस्था में तेरापंथ के आचार्य बने तथा जैन धर्म व मानवता के उत्थान में अनेक कल्याणकारी अवदान दिए।
मुनि अमन कुमार जी ने कहा कि आज सन् 2024 नया वर्ष प्रारंभ हो रहा है। नए वर्ष पर अपनी शुभकामनाओं के साथ कुछ आध्यात्मिक नए कार्यों की दिशा में कदम बढ़ाएँ। यदि राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति नए समाज के निर्माण में नया कार्य करेगा तो नया समाज, नया राष्ट्र व नए भारत का निर्माण हो सकेगा। मुनि श्रेयांस कुमार जी ने प्रातःकाल वृहद् मंगलपाठ के अनेक मंत्रों का पाठ करते हुए सुख, शांति व आध्यात्मिक प्रेरणा प्रदान की। साथ ही अंतिम समय में बोथरा भवन में एकांतवास प्रवास को याद किया। तेयुप अध्यक्ष अरुण नाहटा ने 7 जनवरी, 2024 को अभातेयुप द्वारा आयोजित अभियान सामायिक दिवस की संपूर्ण जानकारी दी। आचार्यश्री तुलसी के दीक्षा दिवस पर उपासक इंद्रचंद नाहटा व चैनराज छाजेड़ ने गीत व विचार प्रस्तुत करते हुए अपनी भावना व्यक्त की।