त्रिदिवसीय आवासीय प्रेक्षाध्यान शिविर का शुभारंभ
हैदराबाद।
साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य एवं निर्देशन, जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी एवं जैन फाउंडेशन के तत्त्वावधान में त्रिदिवसीय आवासीय प्रेक्षाध्यान शिविर का शुभारंभ महाश्रमण वाटिका, शमशाबाद में किया गया। इस अवसर पर साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि इस महाश्रमण वाटिका में परम पूज्य गुरुदेव ने दीर्घकालीन प्रवास किया। अध्यात्म भूमि पर आने की हमारी भावना फलित हुई। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन महेंद्र भंडारी की इच्छा थी इस ऐतिहासिक भूमि पर प्रेक्षाध्यान शिविर हो, उनकी भावना भी सफल हो रही है। साध्वीश्री जी ने कहा कि प्रेक्षाध्यान आत्मदर्शन की सुखद साधना है। बाह्य जगत को देखना जितना आसान है उतना ही कठिन हैµआत्म दर्शन। मन, वाणी और शरीर की चंचलता को कम करने के लिए प्रेक्षा थैरेपी महत्त्वपूर्ण आयाम है। हर व्यक्ति चौबीस घंटे व्यवहार जगत में जीता है, आवश्यकता है आध्यात्मिक आनंदानुभूति के लिए संयम की साधना के लिए संकल्पित हो।
साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी ने शिविरार्थियों को उपसंपदा स्वीकार करवाई। उन्होंने कहा कि प्रेक्षाध्यान सोडहं की साधना का महत्त्वपूर्ण उपक्रम है। प्रेक्षाध्यान शिविर में संभागी हर साधक दत्तचित्त होकर सभी गतिविधियों की सम्यक् अनुपालना करे। साधना तेजस्वी तब बनती है जब प्रतिक्रिया से रहित रहने की मनोवृत्ति हो। मित भाषण या मौन अभ्यास शक्ति संचय का अमोध उपाय है। मिताहार, संतुलित आहार भी साधक के लिए आवश्यक है। कब, कैसे और क्यों खाएँ, इसका विवेक अपेक्षित है। साध्वी सुदर्शनप्रभा जी, साध्वी राजुलप्रभा जी, साध्वी चैतन्यप्रभा जी एवं साध्वी शौर्यप्रभा जी के प्रेक्षा संगान से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन महेंद्र भंडारी ने कहा कि साध्वीश्रीजी ने हमारी भावना को साकार किया। आज यह प्राणवान दृश्य देखकर हर मन प्रसन्नता की अनुभूति कर रहा है।
शिविर सहयोगी एवं संचालक, उपासक, प्रेक्षा प्रशिक्षक, श्रावक पारस दुगड़ ने कहा कि आज महाश्रमण वाटिका आकर हमें शक्ति का अनुभव हो रहा है, हर साधक को समय का सही नियोजन कर शक्ति प्राप्त करनी है। साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि प्रेक्षाध्यान स्थितप्रज्ञता की ओर बढ़ने की साधना है। आत्मप्राप्ति की दिशा में बढ़ने का राजमार्ग है। शिविर संयोजक सतीश दुगड़, अंजु बैद, शिल्पा सुराना, वीरेंद्र घोषल ने शुरुआत में शिविरार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया। लगभग 115 शिविरार्थी इस शिविर में भाग ले रहे हैं। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के मैनेजिंग ट्रस्टी मनोज दुगड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन उपासिका एवं शिविर संयोजिका अंजु बैद ने किया।