नव वर्ष पर मंगल पाठ के विविध आयोजन
राजरहाट, कोलकाता
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में नए वर्ष के आगमन के अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ महाश्रमण एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा महाश्रमण विहार में आध्यात्मिक अनुष्ठान एवं वृहद मंगलपाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार नए वर्ष का शुभारंभ दुनिया में एक नए उत्साह का संचार कर रहा है। नए वर्ष का सूर्योदय नई प्रेरणा व नया संदेश लेकर आया है। नया वर्ष सभी के लिए मंगलमय, शांतिमय, कल्याणमय व सफलतामय हो, ऐसी कामना करता हूँ।
मुनिश्री ने आगे कहा कि भव की नहीं भाव की चिंता करो। भाव सुधरा तो भव अपने आप सुधर जाएगा। जिह्वा संभली तो जीवन संभला और जिह्वा बिगड़ी तो जीवन बिगड़ा। अपनी वाणी को स्वस्थ बनाएँ। चित्र की नहीं चारित्र की व चरण की नहीं आचरण की पूजा करनी चाहिए। सभी शांति, जागरूकता व प्रसन्नता में रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ बाल मुनि कुणाल कुमार जी के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण एएमएमईआरएफ के अध्यक्ष भीखमचंद पुगलिया ने दिया। आभार ज्ञापन मंत्री सुरेंद्र बोरड़ ने किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने किया। कार्यक्रम में मुनि जिनेश कुमार जी द्वारा आध्यात्मिक जप अनुष्ठान करवाने के पश्चात बृहद मंगलपाठ सुनाया गया। कार्यक्रम में बृहत्तर कोलकाता के विभिन्न सभा क्षेत्रों, कोलाघाट आदि से बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में तेरापंथी सभा, सॉल्टलेक के साथ बृहत्तर कोलकाता की, सभाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।