माँ का दिशाबोध, बेटी की उड़ान कार्यशाला का आयोजन

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माँ का दिशाबोध, बेटी की उड़ान कार्यशाला का आयोजन

भीलवाड़ा।
अभातेममं के तत्त्वावधान में तेममं द्वारा मुनि प्रतीक कुमार जी, मुनि मोक्ष कुमार जी के सान्निध्य में ‘माँ का दिशाबोध बेटी की उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुनिश्री द्वारा नवकार महामंत्र के उच्चारण से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। मुनि प्रतीक कुमार जी ने कहा कि यह रिश्ता बहुत पवित्र एवं संवेदनशील होता है जो बहुत कुछ कहता है। माँ बेटी एक-दूसरे के साथ अपना फर्ज निभाते हुए आदर्श स्थापित करें। महिला मंडल अध्यक्षा मैना कांठेड़ ने कार्यशाला में समागत विशिष्ट अतिथि एवं बहनों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि ज्यूडिशयल मेंबर स्थायी लोक अदालत सुमन त्रिवेदी ने कन्या सुरक्षा के लिए सरकार ने जो कानून बनाए उसकी चर्चा की एवं कहा कि बेटी माँ को रोल मॉडल मानती है तो माँ अपनी हर क्रिया के प्रति सचेत रहे, ताकि भावी पीढ़ी में अच्छे संस्कारों का संप्रेषण हो सके। महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत से मंगलाचरण किया।
कार्यशाला में अभातेममं कार्यसमिति सदस्य उषा सिसोदिया ने अपने विचार व्यक्त किए एवं पुष्पा पामेचा ने गीत प्रस्तुत किया। माँ बेटी का सेम ड्रेस कोड कार्यशाला का आकर्षण रहा। माँ बेटी की लगभग ग्यारह जोड़ियाँ प्रतिभागी बनीं। अनेक रोचक गेम्स, स्पीच एवं लिखित प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। माँ बेटी की जोड़ियों में प्रथम शोभना, प्रज्ञा सिरोहिया, द्वितीय मीना, दीक्षिता दुगड़ एवं तृतीय अमिता, अंशिका बाबेल एवं प्रेक्षा काव्या मेहता की जोड़ी रही। महिला मंडल प्रचार-प्रसार मंत्री नीलम लोढ़ा ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने अच्छा जोश, उत्साह रहा। कार्यशाला का संचालन ज्योति दुगड़, मोनिका दुगड़ ने किया। टीना जैन, हेमलता दुगड़, सुशीला कोठारी एवं सभी बहनों के सहयोग से कार्यक्रम सफल रहा। महिला मंडल की ओर से आभार अंजलिका चोरड़िया ने किया।