माँ का दिशाबोध-बेटी की उड़ान कार्यशला का आयोजन
छापर।
अभातेममं के निर्देशानुसार छापर तेममं के तत्त्वावधान में ‘माँ का दिशाबोध-बेटी की उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन भिक्षु साधना केंद्र में शासनश्री मुनि विजय कुमार जी के सान्निध्य में रखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत का संगान किया। महिला मंडल अध्यक्ष मंजु दुधेड़िया ने आगंतुकों का स्वागत किया एवं कविता की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता शांति दुधोड़िया ने बताया कि माँ बेटी का रिश्ता अनमोल होता है, इसका कोई मोल नहीं होता, बेटी जिस घर में बड़ी होती है, उस घर को तो वो रोशन करती हैं और उस घर की भी पहचान बना देती है, जिस घर से वो अंजान होती है। उदाहरण के माध्यम से बताया कि आज के समय में कैसे माँ-बेटी का रिश्ता मजबूत बन सकता है। महिला मंडल सहमंत्री शोभा डोसी ने गीतिका की प्रस्तुति दी।
माँ बेटी की जोड़ियों में रेखा-भाविका दुधोड़िया ने फैशन डिजाइनर के माध्यम से एवं गुलाब देवी-प्रिया दुधोड़िया ने माँ ने उसे कैसे हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया एवं प्रीति-निधि नाहटा ने बताया कि माँ कैसे बेटी को घरेलू कामों में निपुण बना देती है एवं सुनीता-दीक्षिता पारक ने बताया कि मैंने कैसे शिक्षा के माध्यम से बेटी को हमेशा आगे बढ़ने को प्रेरित किया। रेखा-भाविका दुधोड़िया प्रथम स्थान पर रही। महिला मंडल ने सभी का सम्मान किया। मुनि विजय कुमार जी ने एक कहानी के माध्यम से माँ-बेटी के रिश्तों को समझाया और मुनिश्री ने कहा कि सपनों की उड़ान के साथ अपनी मूल मौलिकता को बनाए रखना जरूरी है। निर्णायक की भूमिका हुकमराम ने निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन महिला मंडल की मंत्री हेमा दुधोड़िया ने किया।