कॉन्फिडेंट पब्लिक स्पीकिंग दीक्षात समारोह का आयोजन

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कॉन्फिडेंट पब्लिक स्पीकिंग दीक्षात समारोह का आयोजन

अहमदाबाद।
अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा कॉन्फिडेंट पब्लिक स्पीकिंग दीक्षांत समारोह तेरापंथ भवन, शाहीबाग में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी संवेगप्रभाजी द्वारा नवकार महामंत्र से की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अभातेयुप महामंत्री पवन मांडोत द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ की घोषणा की गई। विजय गीत का संगान अभातेयुप सदस्य राजेश चोपड़ा ने किया। अभातेयुप प्रबुद्ध विचारक मुकेश गुगलिया द्वारा श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया गया। परिषद अध्यक्ष ललित बेंगवानी ने सभी का स्वागत किया। सात दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दो दिवस अभिनंदन गादिया ने सुंदर तरीके से सभी को मंच पर खड़े होना, स्माइल आदि के बारे में विस्तार से बताया। अगले दो दिन चिराग पामेचा ने सभी प्रतिभागियों को स्वागत भाषण एवं आभार ज्ञापन आदि की जानकारियाँ दी। अंतिम तीन दिन नेशनल ट्रेनर सीमा संचेती ने पिछले चार दिनों का रिवीजन कर पाँचवें दिन समुह बनाकर नाटक प्रस्तुति एवं वक्तव्य कला के गुर बताते हुए कुशल वक्ता के लिए तैयार किया।
अभातेयुप प्रबुद्ध विचारक एवं मुख्य अतिथि मुकेश गुगलिया ने सभी सीपीएस प्रतिभागियों को इस सफर को बरकरार रखने की प्रेरणा दी। अभातेयुप के महामंत्री पवन मांडोत, राष्ट्रीय प्रशिक्षिका सीमा संचेती, सीपीएस सह-प्रभारी कुलदीप कोठारी, अहमदाबाद परिषद के प्रभारी दीपक रांका ने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यशाला के प्रशिक्षकों एवं व्यवस्था में सहयोग के लिए तेरापंथ सेवा समाज एवं अर्जुन छोटूलाल बाफना का मोमेंटों से सम्मान किया गया। सीपीएस संयोजक वैभव कोठारी, कुलदीप नवलखा, विनोद वडेरा, रौनक टोडरवाल, संयम चोरड़िया, हनुमान भूतोड़िया, दिलीप पारख, रमेश चोपड़ा का विशेष श्रम रहा। साथ में कांति दुगड़, अर्पित मेहता एवं प्रदीप बागरेचा एवं रवि बालड़ का योगदान रहा।
कार्यक्रम में अभातेयुप सदस्य राजेश चोपड़ा, पंकज डांगी, अरविंद संकलेचा एवं संघीय संस्थाओं के साथ-साथ अन्य संस्थाओं के पदाधिकारीगण की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। सुबह के बैच के 6 एवं संध्याकालीन बैच से 5 संभागियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया। सभी संभागियों को सीपीएस कार्यशाला सर्टिफिकेट के साथ-साथ उपहार देकर प्रोत्साहित किया गया। तेयुप मंत्री कपिल पोखरणा ने सभी का आभार व्यक्त किया। अंत में सभी प्रतिभागियों ने अनुभव किया कि उन्होंने सीपीएस कर बहुत कुछ पाया।