अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन

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अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन

सूरत।
अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत द्वारा तेरापंथ भवन, सिटीलाइट में मुनि उदित कुमार जी के सान्निध्य में एवं तेरापंथ भवन उधना में साध्वी लब्धिश्री जी के सान्निध्य में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का प्रथम दिवस सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर मुनि उदित कुमार जी ने कहा कि हमारे देश में अनेक धर्म-संप्रदाय हैं। सभी धर्म के संस्थापकों ने शांति का संदेश दिया है। आचार्यश्री तुलसी द्वारा प्रवर्तित अणुव्रत आंदोलन सांप्रदायिक सौहार्द को बड़ा महत्त्व देता है। मुनि अनंत कुमार जी ने वक्तव्य दिया।
तेरापंथ भवन, उधना में साध्वी लब्धिश्री जी ने कहा कि अणुबम में विनाश की शक्ति है, इसके विपरीत अणुव्रत में विकास की शक्ति है। अणुव्रत कहता है कि सभी संप्रदाय के लोग साथ में मिलकर काम करें। साध्वी आलोकप्रभा जी ने वक्तव्य दिया।
अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के अध्यक्ष विजयकांत खटेड़ एवं मंत्री सुनील श्रीश्रीमाल ने क्रमशः सूरत एवं उधना में स्वागत वक्तव्य दिया। अणुविभा गुजरात प्रभारी अरविंदभाई शाह, अणुव्रत समिति के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मेड़तवाल, प्रचार-प्रसार मंत्री रतनलाल भालावत आदि उपस्थित रहे। महिला मंडल एवं अणुव्रत कार्यकर्ताओं ने मंगलाचरण किया। उपाध्यक्ष राकेश चोरड़िया ने सिटीलाइट में एवं संगठन मंत्री संजय बोथरा ने उधना में आयोजित कार्यक्रम का संचालन किया। जितेंद्र छाजेड़ एवं नेमीचंद कावड़िया ने क्रमशः सूरत एवं उधना में आभार ज्ञापन किया।
जीवन-विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में भगवान महावीर यूनिवर्सिटी में विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर अभातेममं के महामंत्री मधु देरासरिया ने कहा कि आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी ने मानव जाति को अनेक अवदान दिए उनमें एक हैµजीवन-विज्ञान।
जीवन-विज्ञान, योग प्रशिक्षक रेणु नाहटा ने जीवन-विज्ञान की महत्ता बताई। गौतम गादिया ने आसन, प्राणायाम के प्रयोग करवाए। सूनिवर्सिटी के संचालक संजय जैन ने विद्यार्थियों में सकारात्मक चिंतन का विकास हो, स्वस्थ तन के साथ स्वस्थ मन और स्वस्थ चिंतन का भी उद्भव हो इसलिए जीवन-विज्ञान को बताया। अणुव्रत समिति परामर्शक अर्जुन मेड़तवाल ने हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में स्वरचित मुक्तकों द्वारा बच्चों को सत्संस्कारों की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति मंत्री सुनील श्रीमाल ने किया। आभार ज्ञापन सहमंत्री रतन भालावत ने किया। कार्यक्रम में पदाधिकारियों, सदस्यों सहित गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।
अणुव्रत प्रेरणा दिवस पर मुनि उदित कमार जी ने कहा कि भगवान महावीर ने गृहस्थ के लिए अणुव्रत धर्म का प्रवर्तन किया। वर्तमान युग में आचार्यश्री तुलसी ने अणुव्रत का सरलीकरण करते हुए उसे संप्रदाय मुक्त बनाया एवं ग्यारह सूत्री आचार संहिता प्रस्तुत की।
मुनिश्री ने नवरात्रि अनुष्ठान के संदर्भ में सामूहिक जप करवाया।
अणुव्रत प्रेरणा दिवस के प्रसंग पर अणुव्रत के 11 नियमों की समझ देते हुए अणुव्रत एक्सप्रेस ट्रेन की कलात्मक प्रस्तुति की गई। सरोज सेठिया ने आभार ज्ञापन एवं सरोज बांठिया ने संचालन किया। अणुव्रत समिति के पूर्व अध्यक्ष बालचंद बेताला, अलका सांखला, गौतम गादिया आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पर्यावरण शुद्धि दिवस डुमस सागर तट को साफ करके मनाया गया। इस अवसर पर अणुव्रत समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे। सूरत महानगर पालिका के डुमस कार्यालय के सफाई कर्मचारी एवं अणुव्रत समिति के सदस्यों ने मिलकर डुमस तट की सफाई की।
महानगर पालिका के वार्ड अफसर पटेल साहब का सम्मान अणुव्रत समिति के पदाधिकारियों ने किया। सफाईकर्मी को भी समिति द्वारा भेंट देकर उत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजन में मंजु भंसाली का योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति मंत्री सुनील श्रीमाल ने किया।
साध्वी लब्धिश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, उधना में नशामुक्ति दिवस के रूप में मनाया गया। इसी के साथ रेलवे प्रशासन के सहयोग से सूरत रेलवे स्टेशन पर भी नशामुक्ति एवं स्वच्छता अभियान के अंतर्गत विशाल रैली सहित विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
साध्वी लब्धिश्री जी ने कहा कि नशे की आदत बहुत ही खराब आदत है। नशा आदमी को सर्वनाश की तरफ ले जाता है। नशा व्यक्ति को पागल बना देता है। पहले तो मनुष्य आर्थिक रूप से बर्बाद होता है। बाद में शारीरिक और मानसिक रूप से भी वह खोखला हो जाता है।
सूरत रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम रेलवे के डिविजनल मैनेजर मुकेश सिंह उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की प्रगति के लिए नशामुक्ति एवं स्वच्छता दोनों बातें जरूरी हैं। अणुव्रत समिति इस दिशा में कार्य कर रही है। जिसकी मैं तहे दिल से अनुमोदना करता हूँ। स्टेशन मास्टर खटीक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में अणुव्रत समिति के परामर्शक अर्जुन मेड़तवाल ने कहा कि नशा चाहे शराब का हो या सिगरेट का, बीड़ी का हो या ब्राउन शुगर का, तंबाकू का हो या गुटके का यह बहुत ही बुरी चीज है। नशा करने वाला व्यक्ति एक बार इसकी गिरफ्त में आजा है फिर छूटना मुश्किल हो जाता है।
परमार्शक बालचंद बेताला ने उपस्थित भाई-बहनों को अणुव्रत के संकल्प करवाए। कार्यक्रम का संचालन मंत्री सुनील श्रीश्रीमाल ने किया। उपाध्यक्ष सरोज सेठिया, सहमंत्री रतन भालावत, संगठन मंत्री प्रकाश छाजेड़ एवं अणुव्रत के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। मंजु भंसाली ने आभार ज्ञापन किया।
अणुव्रत विश्व भारती द्वारा निर्देशित एवं अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतिम दिन ‘अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाया गया।
साध्वी लब्धिश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, उधना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी के महात्मा गांधी डिपार्टमेंट ऑफ रूरल स्टडीज के विभागाध्यक्ष डॉ0 विपुल सोमानी ने उपस्थित रहकर मननीय प्रवचन किया।
साध्वीश्री जी ने कहा कि भगवान महावीर अहिंसा के महान पुरस्कर्ता थे। उनके द्वारा प्रस्तुत अहिंसा का मार्ग वर्तमान की हिंसा, आतंकवाद, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिंग जैसी अनेक ज्वलंत समस्याओं का समाधान दे सकता है।
मुख्य अतिथि डॉ0 विपुल सोमानी ने कहा कि महात्मा गांधी को जो ख्याति प्राप्त हुई उसमें अहिंसा की मुख्य भूमिका है। महात्मा गांधी भले ही जैन नहीं थे, लेकिन जैनत्व के अहिंसा के सिद्धांतों को उन्होंने अपने जीवन में उतारा था। अहिंसा के शस्त्र द्वारा ही उन्होंने हमारे देश को आजादी दिलाई। वे कहते थे। अहिंसा कायरता नहीं है, बल्कि वीरता की निशानी है।
संचालन कोषाध्यक्ष जितेंद्र छोड़ ने किया। नेमीचंद कावड़िया, रतन भालावत, संजय बोथरा आदि ने मंगलाचरण किया। तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष मुकेश बाबेल, मंत्री सुरेश चपलोत, तेयुप अध्यक्ष सुनील चंडालिया आदि उपस्थित रहे।