अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

धर्म बोध
तप धर्म

प्रश्न 5 : तप (निर्जरा) के कितने प्रकार हैं?
उत्तर : तप के दो प्रकार हैं-(1) बाह्य। (2) आभ्यंतर।
बाह्य तप के छह प्रकार हैं-(1) अनशन, (2) ऊनोदरी, (3) भिक्षाचरी, (4) रस-परित्याग, (5) कायक्लेश, (6) प्रतिसंलीनता।
आभ्यंतर तप के छह प्रकार हैं-(1) प्रायश्चित्त, (2) विनय, (3) वैयावृत्त्य, (4) स्वाध्याय, (5) ध्यान,
(6) व्युत्सर्ग

प्रश्न 6 : अनशन किसे कहते हैं? उसके कितने प्रकार हैं?
उत्तर : अशन त्याग को अनशन कहते हैं। उसके दो प्रकार हैं-
(1) इत्वरिक - अल्पकालिक।
(2) यावत् कथित - यावज्जीवन
इत्वरिक तप कम से कम एक दिन, अधिक से अधिक छह मास तक का होता है।

प्रश्न 7 : भगवान् ऋषभ का बारहमासी तप क्या इत्वरिक अनशन में नहीं है?
उत्तर : यहाँ छह मासी तप का विवेचन भगवान् महावीर के शासनकाल की तपस्या के अनुसार कहा गया है। इससे पूर्व तीर्थंकरों के शासनकाल में अधिक तपस्या होती रही है। वह इत्वरिक अनशन के अंतर्गत ही आती है।

(क्रमश:)