अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन
दिल्ली।
अणुव्रत विश्व भारती द्वारा निर्देशित अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का प्रथम दिवस सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में अणुव्रत ट्रस्ट, दिल्ली द्वारा साध्वी डाॅ0 कुंदनरेखा जी के सान्निध्य में भिक्षु आॅडिटोरियम अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर महरौली में आयोजित हुआ। साध्वीश्री के मंगलाचरण एवं दक्षिण दिल्ली तेममं के अणुव्रत गीत के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। अणुव्रत समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बरमेचा ने उपस्थित विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों एवं उपस्थित जनों का स्वागत व अभिनंदन किया।
इस अवसर पर साध्वी डाॅ0 कुंदनरेखा जी ने लगभग 600 की संख्या में उपस्थित जनमेदिनी के मध्य कहा कि अणुव्रत मानवीय मूल्यों की प्रतिष्ठा का महानतम उपक्रम है। भारत की स्वतंत्रता के समय जब मूल्यों का ह्रास हो रहा था हिंसा की बहुलता से दुनिया ग्रस्त थी, ऐसे विकट समय में आचार्य तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन का सिंहनाद किया। अणुव्रत 11 नियमों में एक नियम हैµसांप्रदायिक सौहार्द। नैतिकताविहीन धर्म से कभी आत्मबोध नहीं मिल सकता। आवश्यकता है अहिंसा युक्त धर्म को समझने की। इंसान में इंसानियत जीवित रहे तो निश्चित रूप से नए सवेरे का अवतरण होगा।
इस अवसर पर साध्वी सौभाग्ययशा जी आदि साध्वियों ने अणुव्रत गीत का संगान किया। अणुव्रत विश्व भारती के मुख्य न्यासी तेजकरण सुराणा ने कहा कि अणुव्रत प्रकाश है तो अंधेरे को चीर उजालों को भर देता है। बी0के0 क्षीरा दीदी प्रतिनिधि ब्रह्माकुमारी राज योग केंद्र ने कहा कि पानी का स्वभाव शीतल है वैसे ही अपने स्वभाव में शीतलता आ जाए तो सौहार्द बढ़ाया जा सकता है। सरदार बलदेव सिंह आचार्य गुरु ग्रंथ साहिब विद्या केंद्र ने कहा कि जाति, पंथ भेद आदि से ऊपर इंसानियत जीवित रहे, यही अणुव्रत कहता है।
दिल्ली सभा के महामंत्री प्रमोद घोड़ावत ने कहा कि अणुव्रत ने छोटे-छोटे व्रतों की सुंदर फुलवारी दी है जो हर इंसान को सौरभ से भर देती है। अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के प्रबंध न्यासी के0सी0 जैन ने कहा कि मनुष्य की मूल्यवत्ता है उसका आचरण। सुंदर व सत्य आचरण तो सांप्रदायिक सौहार्द की कुंजी है। हबीब उल्लाह अमीन प्रतिनिधि मुस्लिम समाज ने कहा कि केवल शब्दोें से नहीं अपने सुंदर आचरणों से सांप्रदायिक सौहार्द वातावरण निर्मित किया जा सकता है। हम आभारी हैं गुरु तुलसी के जिन्होंने अणुव्रत अभियान का वरदान जगत को दिया। जगतगुरु बाबा सखी चंद प्रतिनिधि सनातन धर्म ने कहा कि अध्यात्म जगत प्रकाश से भरा है, सभी प्रकार प्रकाशवान बने, क्योंकि प्रकाश को कभी भी विभक्त नहीं किया जा सकता।
डाॅ0 एम0डी0 थाॅमस डायरेक्टर इंस्टिट्यूट आॅफ हार्मनी और पीस स्टडीज ने कहा कि मानवीय मूल्य जिस दिन प्रतिष्ठित होंगे वह सर्वधर्म समन्वय का दिन होगा। अणुव्रत के जरिए इसकी पहल हो चुकी है। आर्य समाज के प्रतिनिधि रवि देव गुप्ता ने कहा कि धर्म आत्मा का धर्म है, पवित्रता और निर्मलता है इसे सभी याद रखें।
अणुव्रत गौरव मुमुक्षु धनराज बैद का प्रशस्ति पत्र व साहित्य से सम्मान किया गया। तेजकरण सुराणा ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया। अणुव्रत विश्व भारती की संगठन मंत्री डाॅ0 कुसुम लुनिया ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। सभी अतिथियों का मोमेंटो व साहित्य भेंट कर सम्मान किया गया। आयोजन की सहयोगी संस्था अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास, तेरापंथी सभा, दिल्ली तेयुप, दक्षिण दिल्ली, महिला मंडल, टीपीएफ, दक्षिण दिल्ली सभा व अनेक संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मंत्री राजेश बैंगानी ने किया। सहमंत्री मनोज खटेड़ ने आभार ज्ञापित किया।
अहिंसा दिवस: अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत अहिंसा दिवस पर अणुव्रत समिति ट्रस्ट, दिल्ली ने राजघाट, गांधी समाधी पर अणुव्रत गीत का सामुहिक संगान किया। दिल्ली समिति के लगभग 20-25 कार्यकर्ता राजघाट पहुँचे। वहाँ उपस्थित जनमेदिनी ने भी अणुव्रत गीत का साथ में संगान किया। अणुव्रत समिति अध्यक्ष मनोज बरमेचा, शांतिलाल पटावरी, राजेश बैंगानी, पवन गिडिया, राजीव महनोत, प्रियंका महनोत, चंद्र कोठारी, कमल सेठिया, दिनेश शर्मा, अजय सेठिया, मनीष महनोत, राज गुनेचा, मंजु बांठिया तथा कई अन्य सदस्यों ने भी कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
अणुव्रत प्रेरणा दिवस: अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का तीसरा दिवस अणुव्रत प्रेरणा दिवस के रूप में अणुव्रत समिति ट्रस्ट द्वारा दिल्ली में तीन क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शासनश्री साध्वी संघमित्रा जी व शासनश्री साध्वी ललितप्रभा जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, रोहिणी में आयोजित किया गया। अणुव्रत के बारे में विस्तृत प्रेरणा दी श्रावक समाज से आह्वान किया कि अणुव्रती बनने का प्रयास करें। संरक्षक सदस्य व रोहिणी सभा के महामंत्री राजेंद्र सिंघी ने अणुव्रत की जानकारी दी।
खिलौनी देवी धर्मशाला, पीतमपुरा में शासनश्री रतनश्री जी के सान्निध्य में कार्यक्रम आयोजित हुआ। समिति के मंत्री राजेश बैंगानी ने अणुव्रत पर विस्तृत जानकारी दी। उसके पश्चात साध्वीवृंद ने सामुहिक अणुव्रत गीतिका का संगान किया। साध्वी रतनश्री जी ने अणुव्रत के छोटे-छोटे व्रतों के बारे में जानकारी दी। खिलौनी देवी धर्मशाला के ट्रस्टी राकेश महेश, व पीतमपुरा सभा के मंत्री सुरेंद्र मालू की उपस्थिति रही।
ओसवाल भवन में साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में अणुव्रत चेतना दिवस पर अणुप्रत समिति ट्रस्ट दिल्ली के संगठन मंत्री राजीव महनोत के अणुव्रत गीत के संगान से आयोजित हुआ। साध्वीश्री जी ने अणुव्रत से जुड़ने का आह्वान किया। अणुव्रत समिति ट्रस्ट के निवर्तमान अध्यक्ष शांतिलाल पटावरी तथा कार्यसमिति सदस्य मंजु बांठिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अणुव्रत समिति ट्रस्ट के कार्यसमिति सदस्य प्रमोद घोड़ावत ने संचालन किया।
पर्यावरण शुद्धि दिवस: अणुव्रत समिति ट्रस्ट, दिल्ली द्वारा पर्यावरण शुद्धि दिवस पर दिल्ली 5 क्षेत्रों में 500 पौधों का रोपण और वितरण किया। अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर, ओसवाल भवन, विवेक विहार, तेरापंथ भवन विकास मंच, कृष्णानगर, तेरापंथ भवन, रोहिणी, खिलौनी देवी धर्मशाला एवं पीतमपुरा में कार्यक्रम आयोजित हुए। सभी जगह अणुव्रत के कार्यकर्ता अणुव्रत टी-शर्ट में उपस्थित रहे।
नशामुक्ति दिवस: अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के पाँचवें दिन नशामुक्ति दिवस पर अणुव्रत समिति ट्रस्ट ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटक करवाकर जन चेतना में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान का प्रयास किया।
नुक्कड़ नाटक स्क्रिप्ट राइटर एवं निर्देशन मोहित कुमार, उप-निर्देशन श्रेया सहाय, सूत्रधार करीना, पात्र निशा, अदीबा, अध्यापक वंशिका, कैफुल, काजल, आरती स्वास्थ्य, पर्यवेक्षक अलीशा, कार्यक्रम सहयोगी अणुव्रत समिति ट्रस्ट के प्रचार प्रसार मंत्री दिनेश शर्मा, कालू भाई, शिवम, नस्मू, आजाद सावरिया, अरविंद शर्मा एवं स्थानीय निवासियों का सहयोग रहा।
आयुष माॅर्डन पब्लिक स्कूल, सादतपुर में प्रधानाचार्य मंदाकिनी और स्कूल स्टाॅफ का सहयोग रहा। करावल नगर क्षेत्र में कार्यक्रम दक्ष उद्धार ट्रस्ट के सदस्य पंकज कुमार, अजय सिंह नेगी, रूपेश सारस्वत दयाल पुर का सहयोग रहा। गोकुलपुरी क्षेत्र में प्रतिष्ठा युवा संगठन का सहयोग रहा। नशामुक्ति दिवस पर अणुव्रत समिति ट्रस्ट का उद्देश्य नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुँचाना था।
अनुशासन दिवस: अनुशासन दिवस का आयोजन शासनश्री साध्वी संघमित्रा जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, रोहिणी में अणुव्रत समिति ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अणुव्रत गीत के संगान से हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा कि हमें अनुशासन में रहकर ही अपने जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए।
अणुव्रत समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बरमेचा ने कहा कि कैसे हम अनुशासित रहकर अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं। अणुव्रत समिति सदस्य व रोहिणी सभा महामंत्री राजेंद्र सिंघी व अन्य अनेक कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। कार्यक्रम में रोहिणी सभा के अध्यक्ष विजय जैन की भूमिका रही।
जीवन विज्ञान दिवस: जीवन विज्ञान दिवस का कार्यक्रम अणुव्रत समिति ट्रस्ट द्वारा साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में ओसवाल भवन, विवेक विहार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रेम कुमार त्यागी, उप शिक्षा निदेशक पूर्वी दिल्ली तथा विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य तथा शिक्षकगण उपस्थित हुए। भारत ब्लाइंड विद्यालय के ब्लाइंड छात्रों ने अणुव्रत गीत का संगान किया। समिति के अध्यक्ष मनोज बरमेचा ने सभी संस्था के पदाधिकारी एवं संपूर्ण श्रावक समाज का स्वागत किया।
साध्वीश्री जी ने कहा कि किस तरह हम जीवन विज्ञान को अपने जीवन में उतारकर सफल बन सकते हैं। मुख्य अतिथि प्रेम कुमार त्यागी ने इस तरह के आयोजन के लिए संस्था का धन्यवाद दिया। अणुविभा संगठन मंत्री डाॅ0 कुसुम लुनिया ने अणुव्रत के बारे में जानकारी दी। हलचल जैन द्वारा जीवन विज्ञान गीत का संगान किया गया। जीवन विज्ञान प्रशिक्षक रमेश कांडपाल ने छोटे-छोटे प्रयोग करवाए। अणुविभा की राष्ट्रीय उच्च शिक्षा प्रभारी हंसा संचेती ने अपने वक्तव्य में बताया कि 150 जीवन विज्ञान ट्रेनर उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग जीवन विज्ञान प्रशिक्षण के लिए हो सकता है। आभार ज्ञान समिति के मंत्री राजेश बैंगानी ने किया। मोमेंटो, पटका व साहित्य द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रेम कुमार त्यागी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन दिल्ली समिति के जीवन विज्ञान संयोजक बाबूलाल दुगड़ ने किया। कार्यक्रम की संरचना व व्यवस्था में रवि शर्मा, प्रियंका, परी महनोत, मनीष महनोत, मोहित शर्मा, पवन गिडिया, मीडिया प्रभारी ऋषभ बैद, तेजमल बैद, मंजु बांठिया व राज गुनेचा का सहयोग रहा।