तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम का पंचम राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन

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तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम का पंचम राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन

तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम का पंचम राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन तेरापंथ धर्मसंघ के अधिशास्ता आचार्य महाश्रमणजी के पावन सान्निध्य में संयम विहार, भगवान महावीर विश्वविद्यालय, वेसु सूरत में आयोजित हुआ। अधिवेशन का थीम रहा- आध्यात्मिक इंटेलिजेंस। परम पूज्य आचार्य प्रवर ने प्रेरणा पाथेय देते हुए फरमाया कि बुद्धि एक शक्ति है, एक उपलब्धि है। अगर बुद्धि विकसित है फिर व्यक्ति पुरूषार्थ करता है तो वह ज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है। इंटेलिजेंस के साथ आध्यात्मिकता जुड़ जाए तो व्यक्ति अच्छे रास्ते पर चल सकता है। टीपीएफ राष्ट्रीय महामंत्री मनीष कोठारी ने अपने वक्तव्य में आचार्यप्रवर को अभिवंदना करते हुए 5वें राष्ट्रीय प्रशासनिक अधिकारी सम्मेलन में पधारे हुए सभी संभागियों का स्वागत किया। सूरत शाखा अध्यक्ष कैलाश झाबक ने अधिवेशन के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की।
द्वितीय सत्र में साध्वी समताप्रभाजी ने आध्यात्मिक इंटेलिजेंस और मेडिटेशन प्रैक्टिस फॉर कॉर्पोरेट विषय पर संभागियों को प्रशिक्षण देते हुए स्वयं को जानना स्प्रिच्युल इंटेलिजेंस है। साध्वी श्री ने कहा - Don't be man of success but be a man of values. कैलाश शाह ने कहा कि गुरूदेव के प्रवचन से उन्हें पता चला कि आध्यात्मिक इंटेलिजेंस के साथ-साथ स्प्रिच्युल विजडम आ जाए तो सोने पर सुहागा हो जागा। संचालन पूजा बैंगानी तथा आभार ज्ञापन संध्या जैन ने किया। तृतीय सत्र में वक्ता डॉ. दुर्गेश पांडे ने कॉर्पोरेट्स एआई के उपयोग एवं होने वाले लाभ विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि एआई आपका रिप्लेसमेंट नहीं बल्कि आपकी मदद के लिए है। संचालन धर्मेन्द्र सेठिया ने किया। चतुर्थ सत्र में वक्ता गौरव सिंघवी ने एंजल इन्वेस्टर स्टार्टअप मेंटर के विकास पर प्रोफेशनल्स को प्रारंभिक चरण की कंपनियों में निवेश, उन्हें बढ़ाने और बड़े पैमाने पर विकास करने में मदद करने के विषय पर प्रशिक्षण दिया। संचालन तन्मय मेड़तवाल ने किया।
पंचम सत्र में मुनि ध्यानमूर्तिजी ने कॉर्पोरेट के नैतिक मूल्यों की महत्ता के विषय पर अपनी अभिव्यक्ति दी। उन्होंने कहा कि हमें जानना चाहिए कि हमारा अंतिम लक्ष्य क्या है? सभी का अंतिम लक्ष्य तो मोक्ष ही है जो हमें जन्म-मरण के चक्र से दूर ले जाएगा। इस हेतु जीवन में 12 अणुव्रत महत्वपूर्ण है। संचालन राष्ट्रीय सहमंत्री अखिल मारू तथा आभार ज्ञापन श्रीकांत जैन ने किया।टीपीएफ आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि डॉ. रजनीशकुमार जी ने सीए प्रोफेशनल्स को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि वे संस्था और धर्मसंघ में अपने प्रोफेशन के माध्यम से किस तरह काम आ सकते है, उस दिशा में कार्य को आगे बढ़ाए। अपने प्रोफेशन के साथ-साथ आध्यात्मिकता का भी विकास करें। अंतिम सत्र में इंटरएक्टिव पैनल डिस्कशन इंडिया-2047 विषय पर रखा गया। जिसमें अरविंद कोठारी सूरत (फंड मैनेजर-निवेशाय), ईशमोहित अरोड़ा दिल्ली (वाईटी चैनल एसओआईसी) पैनलिस्ट रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन ऋषभ डाकलिया द्वारा मॉडरेटर के रूप में किया। साथ ही अधिवेशन संयोजक धमेन्द्र सेठिया और केतन सिरोहिया का सराहनीय श्रम रहा। अधिवेशन में सूरत शाखा से कैलाश झाबक, संजय गादिया, श्रीपाल संकलेचा, मनोज जैन आदि सदस्यगणों का सराहनीय श्रम रहा।