सात दिवसीय ज्ञानशाला गुरुदर्शन यात्रा का आयोजन
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, चेन्नई के तत्वावधान में सात दिवसीय ज्ञानशाला गुरुदर्शन यात्रा का आयोजन किया गया। मुख्य प्रवचन पंडाल में नयनाभिराम रैली के रूप में प्रवेश और सभाध्यक्ष अशोक खतंग के वक्तव्य के पश्चात ज्ञानार्थियों और प्रशिक्षकों ने साध्वी गवेषणाश्रीजी द्वारा प्रदत्त सामूहिक गीत की प्रस्तुति का अनमोल अवसर प्राप्त किया। परम श्रद्धेय गुरुदेव ने चेन्नई ज्ञानशाला के उत्तरोत्तर विकास के लिए आशीर्वाद प्रदान करते हुए प्रशिक्षकों को अपने दायित्व के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा दी। पूज्यवर ने चेन्नई ज्ञानशाला को सेवा का विशेष अवसर प्रदान करते हुए असीम कृपा करवाई। सभा मंत्री गजेंद्र खाँटेड के संचालन में, अध्यक्ष अशोक खतंग और यात्रा प्रायोजक प्यारेलाल पितलिया ने चेन्नई ज्ञानशाला की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए गुरुदेव की अनंत कृपा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। ज्ञानार्थियों के साथ सीधा संवाद करते हुए पूज्यवर ने उनकी कई जिज्ञासाओं का समाधान किया।
साध्वीप्रमुखाश्री ने सेवा के दौरान सहज संवाद में ‘BEST’ शब्द का प्रेरणादायक विश्लेषण प्रस्तुत किया। मुख्यमुनि प्रवर और साध्वीवर्याजी ने विशेष प्रेरणा में अच्छा श्रावक बनने और अधिक से अधिक मुमुक्षु तैयार करने पर जोर दिया। ज्ञानशाला पर्यवेक्षक मुनि उदितकुमारजी ने दो सत्रों में ज्ञानार्थियों को प्रेरणा दी और प्रशिक्षकों को विभिन्न बिंदुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया। मुनिश्री ने चेन्नई ज्ञानशाला विभाग को मुनि हिमांशुकुमारजी से प्रेरणा और मार्गदर्शन लेने का सुझाव दिया।
यात्रा के दौरान सभी प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ज्ञान कुंज का अवलोकन और धार्मिक फिल्म देखने का अवसर मिला। प्रतिदिन गुरुचरण स्पर्श का सौभाग्य, साधु-साध्वियों के दर्शन, सेवा, उपासना और रेल यात्रा-प्रवास की मधुर स्मृतियों के साथ यह यात्रा सानंद चेन्नई पहुंचने के साथ संपन्न हुई। इस संघ में 115 ज्ञानार्थी, 55 प्रशिक्षक और 10 कार्यकर्ताओं सहित कुल 180 सदस्य सम्मिलित हुए। संयोजक मनोज डुंगरवाल ने अपनी टीम की ओर से सभाध्यक्ष, यात्रा प्रायोजक, ज्ञानशाला प्रशिक्षकों, कार्यकर्ताओं और ज्ञानार्थियों को उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। संयोजकीय टीम में हेमंत मालू, कमल सामसुखा, कमल आच्छा, ज्ञानशाला प्रभारी राजेश सांड, सह प्रभारी अनिल बोथरा, सुरेश तातेड़, देवेंद्र सुराणा, दीपक श्रीश्रीमाल, पुखराज पारख, हरीश आच्छा, विकास छाजेड़, पवन मांडोत, नरेंद्र भंडारी का विशेष सहयोग रहा।