जीवन निर्माण का पथ प्रशस्त करता है अणुव्रत

संस्थाएं

जीवन निर्माण का पथ प्रशस्त करता है अणुव्रत

विद्यालय की शिक्षा के माध्यम से बच्चे ज्ञान, कौशल, इतिहास और संस्कृति की जानकारी प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही, अणुव्रत - जीवन विज्ञान उनके जीवन निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है, जो विद्यार्थियों को जीवन को सफल और सार्थक बनाने में सहायता करता है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गांव भलोन में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अणुविभा की उपाध्यक्ष डॉ. कुसुम लुनिया ने उपरोक्त विचार प्रस्तुत किए। डॉ. धनपत लुनिया ने अणुव्रत गीत का संगान करते हुए विद्यार्थियों को संयम के महत्व को सरल और प्रभावी ढंग से समझाया। विद्यालय के प्राचार्य प्रकाश चंद्र ने लुनिया दंपत्ति का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को संबोधित करने के लिए आभार व्यक्त किया। विद्यालय की शिक्षिका मंजू जोशी ने भी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. कुसुम लुनिया ने विशेष रूप से बालिकाओं को संबोधित करते हुए उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया और विभिन्न लक्ष्य निर्धारण के लिए मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि संयम प्रधान जीवनशैली वर्तमान युग की आवश्यकता है। अणुव्रत त्याग और संयम का आंदोलन है, जिससे व्यापारी, अधिकारी, शिक्षक, विद्यार्थी, या कोई भी व्यक्ति अपने संतुलित व्यक्तित्व का विकास करते हुए बेहतर विश्व निर्माण में योगदान दे सकता है। उन्होंने अणुव्रत विश्व भारती के नेतृत्व में चल रहे जीवन विज्ञान, अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट, डिजिटल डिटॉक्स और एलीवेट जैसे प्रकल्पों की विद्यालयों में बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डाला। विद्यालय परिवार को अणुव्रत से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया, साथ ही वहाँ अणुव्रत मंच के गठन का सुझाव दिया गया, जिसे विद्यालय ने सहर्ष स्वीकार किया।