‘शासनश्री’ साध्वी रतनश्रीजी की स्मृति सभा का आयोजन
अहमदाबाद।
तेरापंथी सभा, अहमदाबाद के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी रतनश्री जी की स्मृति सभा का आयोजन तेरापंथ भवन, शाहीबाग में किया गया। शासनश्री साध्वी रतनश्री जी बहुत सरल थी, सहनशीलता से परिपूर्ण थी, रत्नाधिक होते हुए भी आपमें बड़ी विनम्रता थी। आपमें समन्वय का बड़ा गुण था। साध्वीश्री के व्यक्तित्व के अन्य पक्षों को उजागर करते हुए मुनि कुलदीप कुमार जी ने कहा कि सहिष्णुता भी विलक्षण थी, अस्वस्थ होते हुए भी वे पूरा ध्यान रखती और प्रायः समता में रहती थी। सामंजस्य व परस्पर सौहार्द रखने वाली साध्वी
थी। अपने पद्यों द्वारा भावों की अभिव्यक्ति दी।
शासनश्री साध्वी रमावती जी ने कहा कि शासनश्री साध्वी रतनश्री जी के साथ वर्षों तक रहने का अवसर प्राप्त हुआ। निकटता से उनकी आचार निष्ठा, व्यवहार निष्ठा, श्रद्धा, भक्ति भाव, विचार निष्ठा हमेशा उच्च व निर्मल रहती थी, वे सहज-सरल व शांत प्रकृति की साध्वी थी। शासनश्री साध्वी रामकुमारी जी की सहवर्ती साध्वी आत्मप्रभा जी ने अपने भावों के साथ साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुविभा जी से प्राप्त संदेश का वाचन किया। साध्वी हर्षितप्रभा जी ने अपनी भावना पद्य के माध्यम से व्यक्त की। शासनश्री साध्वी रामकुमारी जी ने पत्र का वाचन किया व दोनों साध्वियों ने गीतिका का संगान किया।
साध्वी मुक्तियशा जी ने आचार्यप्रवर से प्राप्त आध्यात्मिक मंगलकामना संदेश का वाचन करते हुए अन्य चारित्रात्माओं से प्राप्त संदेश की जानकारी दी। साध्वी चैतन्यप्रभा जी ने अपनी भावना कविता के माध्यम से व्यक्त की। स्मृति सभा में तेरापंथी सभा अध्यक्ष कांतिलाल चोरड़िया, उपाध्यक्ष सुनील बोहरा, सहमंत्री जीतेंद्र छाजेड़, सभा पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सुराणा, अशोक सेठिया, तेममं अध्यक्ष चांददेवी छाजेड़ सहित अन्य सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं परिचित-जनों ने शासनश्री साध्वी रतनश्री जी को श्रद्धांजलि प्रेषित करते हुए अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।
शासनश्री साध्वी सरस्वती जी के संदेश का वाचन अमराईवाड़ी सभा से दिनेश चिंडालिया ने किया। डॉ0 धवलभाई दोशी ने साध्वीश्री के चिकित्सा की संपूर्ण जानकारी देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों, अनेक गणमान्य लोगों व श्रावक समाज आदि उपस्थित थे। चार लोगस्स के सामूहिक ध्यान के साथ स्मृति सभा परिसंपन्न हुई। मंच का संचालन सभा मंत्री विकास पितलिया ने किया।