इम्पेक्ट 360 डिग्री ‘अस्तित्व की पहचान, एक नई उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन

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इम्पेक्ट 360 डिग्री ‘अस्तित्व की पहचान, एक नई उड़ान’ कार्यशाला का आयोजन

चेन्नई
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल, चेन्नई द्वारा साध्वी लावण्यश्रीजी के सान्निध्य में राष्ट्रीय अध्यक्षा नीलम सेठिया की गरिमामय उपस्थिति में इम्पेक्ट 360 डिग्री ‘अस्तित्व की पहचान, एक नई उड़ान’ विषयक कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ सभा भवन, साहूकारपेट में आयोजित किया गया। समुपस्थित जनमेदनी को सम्बोधित करते हुए साध्वी लावण्यश्रीजी ने कहा कि घड़ी की सूई अविराम चलती रहती है और वह प्रेरणा देती है कि समय बितता जा रहा है, उसका सदुपयोग करें। क्षितिज पर पहुंचने के लिए लक्ष्य का सही निर्धारण होना जरूरी है, सोच सकारात्मक होना आवश्यक है। सकारात्मक विचार होने पर शरीर भी स्वस्थ रहता है। दूसरों पर प्रभाव डालने से पूर्व स्वयं का स्वयं पर प्रभाव होना जरूरी है। उसके लिए जरूरी है- सदैव खुशरहें।
अभातेममं राष्ट्रीय अध्यक्षा नीलम सेठिया ने इम्पेक्ट विषय और लोगांे की विवेचना करते हुए कहा कि इम्पेक्ट का अर्थ होता है प्रभाव, परिणाम। स्वयं पर अपना प्रभाव मजबूत होने पर परिणाम सुखद आते हैं। हमारा लक्ष्य, गोल, परपज सही होने पर हमारी लाइफ स्ट्रोंग बनेंगी। हमारी बोलचाल, हमारी सोच, हमारे आचार-विचार, हमारे कार्य करने की शैली सही होने पर हम परिवार, समाज, देश की सामाजिक, आर्थिक, भौतिक विकास में सहयोगी बन सकते हैं। महिलाओं को अपने फील्ड ऑफ वर्क के मूल्य को समझना चाहिए। अध्यक्ष महोदया ने हर मुश्किल का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा कविता से प्रेरणा दी।
इससे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा का महिला मण्डल की बहिनों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। साध्वीवृन्द के नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। तेरापंथ महिला मण्डल द्वारा प्रेरणा गीत से मंगलाचरण हुआ। तेरापंथ महिला मण्डल अध्यक्षा पुष्पा हिरण ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किया। अभातेममं राष्ट्रीय सदस्या मंजुला डुंगरवाल ने साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के संदेश का वाचन किया। माला कातरेला ने ‘अस्तित्व की पहचान-एक नई पहचान’ एवं शालिनी लूंकड़ ने ‘सक्षम महिला-सक्षम समाज’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रथम सत्र का कुशल संचालन मंत्री रीमा सिंघवी ने किया। कार्यशाला संयोजिका संगीता खटेड़ ने नीलम सेठिया का परिचय दिया। कार्यशाला के प्रायोजक विजयराज कटारिया परिवार का सम्मान किया गया।
कंचन भण्डारी ने आभार ज्ञापन दिया। सहसंयोजिका सुमन बरमेचा के साथ महिला मण्डल की बहनों ने इस कार्यशाला को सुन्दर स्वरूप प्रदान किया। प्रथम सत्र में तेरापंथ सभा अध्यक्ष उगमराज सांड, साहूकारपेट ट्रस्ट बोर्ड के मुख्य न्यासी विमल चिप्पड़ सहित अन्य संघीय संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं श्रावक समाज की विशेष उपस्थित रही। जीव हिंसा, पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेकों भाई बहनों ने सिल्क, लैदर से बनी वस्तुओं का उपयोग नहीं करने के लिए प्रत्याख्यान किये।