अवबोध
कर्म बोध
अवस्था व समवाय
प्रश्न 9 : उदय किसे कहते हैं?
उत्तर : अबाधाकाल पूर्ण होने पर जब कर्म शुभ-अशुभ रूप में फल देता है, उसे उदय कहते हैं। उदय के दो प्रकार हैंµ(1) विपाकोदय (फलोदय), (2) प्रदेशोदय।
जो कर्म अपना फल देकर नष्ट हो जाता है, वह विपाकोदय है। जो कर्म बिना कोई फल दिए नष्ट हो जाता है, केवल आत्म-प्रदेशों में भोगा जाता है, उसे प्रदेशोदय कहते हैं। कोई भी कर्म बिना विपाकोदय के फल नहीं दे सकता।
प्रश्न 10 : कर्म किस रूप में फल देता है?
उत्तर : कर्म की जिस प्रकृति का उदय होता है, उसी प्रकृति के अनुरूप वह फल देता है।
(क्रमश:)