चित्त समाधि शिविर का आयोजन
अभातेममं के निर्देशानुसार स्थानीय मंडल व तिरुपुर महिला मंडल के संयुक्त तत्वाधान में मुनि दीपकुमार जी के सान्निध्य में चित्त समाधि शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष मंजू सेठिया ने स्वागत व अभिनंदन किया। तिरुपुर महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत का संगान किया। मुनि काव्यकुमार जी ने कहा कि अपने जीवन में नकारात्मक बातों से बचें व बीती हुई बातों को भुलने का प्रयास करें। चित्त में समाधि लाना है तो प्रसन्न रहने व वर्तमान में जीने का प्रयोग करें। मुनि दीपकुमार जी ने मंगल भावना का सामूहिक उच्चारण करवाया। मुनिश्री ने जीवन ऊंचा लक्ष्य उसी अनुरूप जीवन शैली के नियम बनाने की प्रेरणा दी। मुनि श्री ने आगे कहा - समाधि का अर्थ है जीवन के हर क्षेत्र में शांति हो, आनंद हो। अगर चित्त में समाधि नहीं है तो सारे ही अनुष्ठान असफल हैं।