गुरूदेव आपके चरणों में
शक्ति का स्रोत बहे कल-कल गुरूदेव आपके चरणों में।
भक्ति से भवित हम पल-पल गुरूदेव आपके चरणों में।
मैय्या की नैय्या पार लगी गुरूदेव आपके चरणों में।।
परिवार सहित संयम पथ पर, आरूढ़ महाव्रत के रथ पर।
भगिनी भ्राता अरू मात पिता सज धज आए आभरणों में।।
हम सबमें सद् संस्कार भरें, कैसे उपकारों से उबरें।
मां की ममता का माप नहीं, हम कह नहीं सकते वरणों में।।
अनिकेत धैर्य की संतानें, अपना सोभग्य प्रबल मानें।
इतिहास अमर यह रह पाए, तेरापथ के संस्मरणों में।।
आध्यात्मिक पथ संचरण करें, लक्षित मंजिल का वरण करें।
आत्मा का ऊर्ध्वारोहण हो, शुभ भाव रहे आचरणों में।।
अनिकेत बने सुरपुर गामी अव धैर्यप्रभा भी अनुगामी।
गुरूदेव आप ही मात-पिता सब कुछ अर्पण श्री चरणों में।।
तर्ज : महावीर तुम्हारे चरणों में