चित्त-समाधि एवं रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन
पश्चिम विहार, दिल्ली। अभातेममं द्वारा निर्देशित, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मण्डल दिल्ली(पश्चिम) द्वारा चित्त-समाधि कार्यशाला एवं रक्षा-बंधन कार्यशाला साध्वी लब्धिप्रभाजी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन पश्चिम विहार में रखा गया। इस अवसर पर बहनों द्वारा मंगलाचरण किया गया। साध्वी श्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि चित्त की समाधि को बनाए रखने के लिए कुछ सूत्रों को अपनाना चाहिए।
चित्त की निर्मलता को बनाए रखने के लिए अध्यात्म के संग लगाव, सकारात्मक सोच व क्षमा का भाव होना चाहिए। जैन संस्कारक मनीष बरमेचा व पवन गिड़िया ने विधि-पूर्वक रक्षाबन्धन को जैन धर्म के अनुरूप मनाने और मंगल भावना यंत्र के बारे में विस्तार से बताया। अध्यक्ष रीटा चोरड़िया ने सभी का स्वागत किया और जैन संस्कारकों व पश्चिम विहार सभा का बहुत-बहुत अभार प्रकट किया।