नेपाल के उप-राष्ट्रपति से आध्यात्मिक वार्ता
युगप्रधान महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि रमेशकुमार जी एवं मुनि रत्नकुमार जी समाज के शिष्ट मंडल के साथ नेपाल के उपराष्ट्रपति रामसहाय प्रसाद यादव से भेंट हेतु को उपराष्ट्रपति भवन पहुंचे। उपराष्ट्रपति महोदय ने मुनिद्वय का भावभरा स्वागत करते हुए कहा - आप का धर्म मानवता की सेवा कर रहा है। आज अहिंसा, सद्भावना की आज जरुरत है। इस अवसर पर मुनि रमेश कुमार जी ने अणुव्रत आन्दोलन के बारे में बताते हुए आचार्य श्री तुलसी, आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी, वर्तमान आचार्य श्री महाश्रमण जी के अवदानों के बारे में बताया। मुनिश्री ने उपराष्ट्रपति को आचार्य श्री महाश्रमण के सूरत में दर्शन करने के लिए प्रेरित किया। जैन परिषद के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद ललवानी ने उपराष्ट्रपति से मुनिद्वय का परिचय कराते हुए जैन धर्म के बारे में जानकारी प्रदान की।
नेपाल स्तरीय जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष दिनेश नौलखा ने मुनि चर्या, तेरापंथ धर्मसंघ, आचार्य श्री महाश्रमण जी की नेपाल यात्रा के बारे में बताया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुभागमल जम्मड, पूर्व अध्यक्ष महावीर संचेती, मंत्री प्रकाश दुगड़, अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के सदस्य ज्योति कुमार बैंगानी, राजेश रामपुरिया, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा निशा जैन आदि उपस्थित थे।