तप अनुमोदना कार्यक्रम का आयोजन
चेंबूर। साध्वी राकेशकुमारी जी आदि ठाणा ४ के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन के विशाल प्रांगण में पर्युषण महापर्व का तीसरा दिवस सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया। अनिक आच्छा ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। साध्वी राकेशकुमारीजी ने कहा- “सामायिक की साधना कषाय मुक्ति की सर्वोच्च साधना है। आत्मविकास की पृष्ठभूमि एवं सुख-शांति की चाबी प्राप्त करने का राज है सामायिक। अध्यात्म में प्रवेश पाने व मोक्ष पथ का पहला पगतिया है सामायिक। साध्वी मलयविभाजी ने समता-विषमता पर प्रकाश डालते हुए कहा- जो द्वंद्वों में समताभाव से रहता है उसके सामायिक फलीभूत होती है। साध्वी विपुलयशाजी ने गणवेश में बैठे श्रावक-श्राविकाओं को ‘अभिनव सामायिक’ का प्रयोग कराया।