144वां श्रीमद् जयाचार्य निर्वाण दिवस समारोह
तेरापंथ युवक परिषद् जयपुर द्वारा साधना का प्रज्ञापीठ, रामनिवास बाग जयपुर में श्रीमद् जयाचार्य का 144 वां निर्वाण समारोह मुनि तत्त्वरूचि जी 'तरूण' के सान्निध्य में आयोजित किया गया। मुनिश्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज में व्याप्त असमानता और असहिष्णुता की समस्या का समाधान श्रीमद् जयाचार्य जी की शिक्षाओं में निहित है, आवश्यकता है उन्हें व्यवहार में लाने की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि वासुदेव देवनानी (विधानसभा अध्यक्ष, राजस्थान) ने कहा कि देश और समाज के नव निर्माण में जैन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है। विशिष्ट अतिथि अजीत माँड़ण (प्रदेश मंत्री, भाजपा) ने कहा कि श्रीमद् जयाचार्य के संदेश बहुत महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दीयाकुमारी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन कर भावांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में तेरापंथी सभा जयपुर के अध्यक्ष शांतिलाल गोलछा, तेरापंथ युवक परिषद जयपुर के अध्यक्ष गौतम बरड़िया, तेरापंथ महिला मण्डल सी स्कीम की अध्यक्षा प्रज्ञा सुराणा, तेरापंथ महिला मण्डल शहर, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष पवन जैन, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष विमल गोलछा, कार्यक्रम प्रायोजक ओमप्रकाश जैन, वर्षपर्यन्त रखरखाव व सौन्दर्यकरण में सहयोगी राजेश छाजेड़ इत्यादि जनों ने अपने वक्तव्य और गीत के माध्यम से श्रीमद् जयाचार्य जी के प्रति अभिवन्दना व्यक्त की। अतिथिगण व प्रायोजक परिवारों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर श्रीमद् जयाचार्य के जीवन पर 'कौन बनेगा ज्ञानवान' प्रश्नोत्तरी से श्रावक-श्राविकाओं ने ज्ञानार्जन किया।
कार्यक्रम की संयोजना में संयोजक श्रेयांश बैगानी, सुरेन्द्र नाहटा, करण नाहटा सहित तेयुप व किशोर मण्डल के सदस्यों का श्रम भी उल्लेखनीय रहा। संचालन सौरभ जैन ने किया। आभार ज्ञापन मंत्री अभिषेक भंसाली ने किया।