
साध्वियों का मंगल प्रवेश
हासन। आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी उदितयशा जी ठाणा 4 का मंगल प्रवेश तेरापंथ सभा भवन हासन में हुआ। वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। महिला मंडल ने स्वागत गीत का संगान किया। साध्वीश्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि पंडित वो है जो क्षण को जानता है और उस अवसर का लाभ उठाता है। साध्वीश्री ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चारित्र आत्माओं का सान्निध्य जब प्राप्त होता है तो समाज के लिए अवसर है कि उस समय सभा भवन में आकर ज्यादा से ज्यादा धर्माराधना, तत्वज्ञान से आध्यामिकता की ओर बढ़ते हुए अपने जीवन को उज्जवल बनाए। मलनाड अध्यक्ष महावीर भंसाली ने साध्वीश्री का स्वागत करते हुए उनका परिचय एवं उनकी यात्रा का उल्लेख किया। इस उपलक्ष पर तेरापंथ सभा हासन के अध्यक्ष सोहनलाल तातेड, संस्थाओं के पदाधिकारी एवं श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही।