
रचनाएं
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन
अभिनंदन, अभिनंदन, अभिनंदन,
अमृतवर्षी महापुंज का अभिनंदन,
ज्योतिर्मय दिव्य चरणों में वंदन।
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन।।
तेजोमय नयन युगल का अभिनंदन,
गतिमय चरण युगल का अभिनंदन,
श्रममय हस्तयुगल का अभिनंदन,
नत मस्तक रोम-रोम से भावभरा वंदन,
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन।।
ज्ञानयोगी का अभिनंदन,
प्रबल प्रयोगी का अभिनंदन,
अविचल ध्रुवयोगी का अभिनंदन,
हंष मनीषा को श्रद्धामय वंदन,
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन।।
पारदर्शी व्यक्तित्व का अभिनंदन,
महिमा मंडित नेतृत्व का अभिनंदन,
ऊर्जस्वित कर्तृत्व का अभिनंदन,
फौलादी संकल्प को हार्दिक वंदन,
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन।।
शशि सी शीतलता का अभिनंदन,
गगन सी निर्मलता का अभिनंदन,
धरती सी सहनशीलता का अभिनंदन,
आत्मबल तपोबल को वंदन,
हे महाश्रमण! शत-शत अभिनंदन।।