
रचनाएं
नव इतिहास बणायो
साध्वी नव इतिहास बणायो,
एक शतक रै ऊपर सात रो अनुपम अंक चढायो।
महाश्रमण गुरु कृपा स्यूं लंबो आयुष्य पायो।।
1. मेवाड धरा पर जन्म्या परण्या मेवाड़ी मान बढायो।
भारत ज्योति तुलसी गणी स्यूं संयम रत्न है पायो।
आनंदकुमारी जी रै योग स्यूं जीवन सफल बणायो।
2. सरल स्वभावी सेवाभावी सहज शांत हो जीवन।
शुभ भावां में रहया रात दिन पायो भैक्षव शासन।
सावन शुक्ला एकम रो दिन रात्रि संथारो पचखायो।।
3. उज्ज्वलरेखाजी अमृतप्रभा जी आदि सतियां सारी।
तन मन स्यूं सेवा साजी है खिलती गण फुलवारी।
'सरोज' कहै सौ सौ साधुवाद, गण गौरव महकायो।।
लय - संयममय जीवन हो