उत्तर राजस्थान, थली, पंजाब, हरियाणा स्तरीय ‘युवा सम्मेलन’ का हुआ आयोजन

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उत्तर राजस्थान, थली, पंजाब, हरियाणा स्तरीय ‘युवा सम्मेलन’ का हुआ आयोजन

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद, लाडनूं द्वारा उत्तर राजस्थान, थली, पंजाब, हरियाणा स्तरीय ‘युवा सम्मेलन’ का आयोजन ‘योगक्षेम युवाओं का’ थीम पर दिनांक 16-17 अगस्त 2025 को विभिन्न सत्रों में युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी के आज्ञानुवर्ती ‘शासनश्री’ मुनि विजयकुमारजी एवं सुशिष्य मुनि जयकुमारजी के सान्निध्य में जैन विश्व भारती में किया गया। अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा की अध्यक्षता में आयोजित इस द्विदिवसीय आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जैन विश्व भारती के पूर्व अध्यक्ष धरमचंद लूंकड़, अभातेयुप वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन मांडोत तथा महामंत्री अमित नाहटा उपस्थित रहे।
उत्तर राजस्थान, थली एवं पंजाब की विभिन्न शाखा परिषदों से अच्छी संख्या में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए मुनि विजयकुमारजी ने कहा- ‘‘सामाजिक एवं धार्मिक चेतना के जागरण का एक सशक्त माध्यम है- संगठन। संगठन में शक्ति होती है। शक्ति का सम्यक उपयोग होना आवश्यक है। सही दिशा में शक्ति का नियोजन करते हुए दायित्व के साथ चलने वाला छोटे से छोटा संगठन भी आकाशव्यापी ऊँचाइयों को प्राप्त हो सकता है। तेरापंथ युवक परिषद से जुड़े युवा आचार्यश्री महाश्रमणजी से प्राप्त पथ दर्शन के अनुसार सम्यक दिशा में अपनी शक्ति का नियोजन करते हुए स्वयं का विकास भी करें और संगठन के विकास में भी योगभूत बनें।’’ मुनि जयकुमारजी ने कहा- ‘‘युवा शक्ति का प्रतीक व ऊर्जा का पुंज होता है। युवा देश की तकदीर व तस्वीर है। युवा पराक्रम का प्रतीक होता है। वह अपने पुरुषार्थ व पराक्रम के द्वारा असंभव प्रतीत होने वाले कार्य को भी संभव बना देता है। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन आध्यात्मिक निर्देशन में चलने वाला संगठन है। हजारों युवक इस संगठन से जुड़े हैं। युवा नशे की लत से दूर रहते हुए समाज व राष्ट्र के उत्थान में अपना योगदान देने का प्रयास करें।’’
‘नमस्कार महामंत्र’ के उच्चारण के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। तेयुप लाडनूं के सदस्यों द्वारा विजय गीत का संगान किया गया। ‘श्रावक निष्ठा पत्र’ का वाचन महामंत्री अमित नाहटा ने किया। स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए तेयुप लाडनूं के अध्यक्ष सुमित मोदी ने उपस्थित विशिष्ट महानुभावों तथा संभागीगण का भावभीना अभिनंदन किया।
मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में ‘समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका’ विषय पर अपने विचार रखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा- ‘‘शांति का रास्ता शक्ति से होता हुआ गुजरता है। कठोर परिश्रम किए बिना कोई भी व्यक्ति शक्तिशाली नहीं बन सकता। राष्ट्र निर्माण का मूल मंत्र है कठोर परिश्रम। विकसित एवं समृद्ध भारत का मूल स्तम्भ भारत का अध्यात्म है। आज का युवा यदि राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहता है तो सर्वप्रथम उसे स्वयं का निर्माण करना होगा। उसे अपने आपको आध्यात्मिक और आर्थिक दोनों दृष्टियों से शक्तिशाली बनाना होगा। अपने निर्माण में अपनी शक्ति का नियोजन करना होगा, तभी आज का युवा स्वनिर्माण के साथ राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे पाएगा। सदियों पूर्व भगवान महावीर जैसे महापुरुषों ने विज्ञान और अध्यात्म के समन्वय का सूत्र बताया। यह सूत्र आज भी उतना ही प्रासंगिक और युवाओं के लिए उपयोगी है।’’
राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने अभातेयुप के त्रिआयामी उद्देश्यों सेवा, संस्कार व संगठन के बारे में जानकारी देते हुए संस्था में समर्पित भाव से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने आगामी योगक्षेम वर्ष में लाडनूं में परम पूज्य गुरुदेव के पावन सान्निध्य में अधिकाधिक युवाओं को उपस्थित होकर अपना योगक्षेम करने का निवेदन किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन मांडोत ने 17 सितम्बर को एमबीडीडी के अंतर्गत होने वाले ‘रक्तदान अमृत महोत्सव 2.0’ एवं सीपीएस कार्यशाला के लिए सभी को आह्वान किया। महामंत्री अमित नाहटा ने अपने संयोजकीय वक्तव्य में कहा कि अभातेयुप की सभी परिषदें और साथी सक्रियता के साथ कार्य कर रहे हैं। योगक्षेम वर्ष में यह सक्रियता और अधिक बनी रहे, यह अपेक्षित है। अभातेयुप कार्यसमिति सदस्य विकास बोथरा ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में आचार्यश्री महाप्रज्ञजी के 105वें जन्मोत्सव पर भारत सरकार द्वारा जारी स्मारक सिक्के का विमोचन जैन विश्व भारती की ओर से मुनिद्वय के सान्निध्य में भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी द्वारा किया गया, जिसका संचालन जैन विश्व भारती संचालिका समिति सदस्य राजेन्द्र खटेड़ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का एक सत्र ‘शासन गौरव’ साध्वीश्री कल्पलताजी के सान्निध्य में रखा गया, जिसमें साध्वीश्री ने युवाओं को अपने उद्बोधन से लाभान्वित किया। शनिवारीय सामायिक एवं रात्रिकालीन भजन संध्या का आयोजन मुनि विजयकुमारजी एवं मुनि जयकुमारजी के सान्निध्य में आचार्य तुलसी स्मारक पर रखा गया, जिसमें सरगम के प्रतिभागी सरदारशहर से समागत चन्द्रप्रकाश सेठिया, गंगाशहर से रोशन बाफना, बीदासर से नवदीप ओसवाल एवं सुजानगढ़ से ममता बांठिया ने आमंत्रित गायकों के रूप में उपस्थित होकर सुमधुर भजनों को स्वर दिए।
अभातेयुप कार्यसमिति सदस्य एवं लाडनूं शाखा प्रभारी पीयूष लूणिया ने विभिन्न सत्रों का संयोजन किया। आभार ज्ञापन तेयुप लाडनूं के मंत्री राजेश बोहरा ने किया। आयोजन के सहयोगी प्रकाश प्रमोद बैद-कोलकाता, कन्हैयालाल विकास बोथरा-इस्लामपुर एवं मनोज राजेश दूगड़-वापी तथा जैन विश्व भारती के विशेष सहयोग हेतु आभार ज्ञापित किया गया। आयोजन को सफल बनाने में तेयुप लाडनूं की टीम, अभातेयुप कार्यालय टीम एवं जैन विश्व भारती के पूर्व अध्यक्ष धरमचंद लूंकड़ के निर्देशन में संस्था में कार्यरत साथियों ने निष्ठापूर्ण श्रम किया। आयोजन में अभातेयुप राष्ट्रीय टीम से पवन नौलखा, विजेन्द्र छाजेड़, सतीश पुगलिया, संदीप ओस्तवाल, रोशन बागरेचा, तरूण भंसाली, अनुज जैन, अरिहंत गोयल सहित जैन विश्व भारती के संरक्षक भागचंद बरड़िया, तेरापंथी सभा के मंत्री राकेश कोचर, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शांतिलाल बैद, तेरापंथ महिला मंडल से रेणु कोचर आदि अनेक गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे।