संस्कार संवर्धन शिविर का हुआ आयोजन

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बेंगलुरु।

संस्कार संवर्धन शिविर का हुआ आयोजन

तेरापंथ सभा गाँधीनगर, बेंगलुरु के तत्वावधान में डॉ. मुनि पुलकित कुमार जी ठाणा-2 के निर्देशन में ज्ञानशाला ज्ञानार्थी बच्चों का संस्कार संवर्धन शिविर तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। इसमें पूरे बेंगलुरु की 13 ज्ञानशालाओं से 360 बच्चों ने सहभागिता दर्ज करवाई। शिविर को संबोधित करते हुए डॉ. मुनि पुलकित कुमार जी ने कहा — 'जैसे गाड़ी को सुव्यवस्थित चलने में ब्रेक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, वैसे ही व्यक्ति के जीवन में धार्मिक संस्काररूपी ब्रेक दुखद दुर्घटनाओं से बचा सकते हैं। अतः अच्छे संस्कारों का संवर्धन करना वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक है। धर्म ही व्यक्ति को कठिन मार्ग से निकालने का कार्य करता है तथा आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति करवाता है।'
मुनिश्री ने ज्ञानार्थी बच्चों को आगामी पर्युषण महापर्व के दौरान द्रव्यसीमा की नवरंगी, सामायिक की नवरंगी तथा उपवास का तेला करने की प्रेरणा दी। मुनि आदित्य कुमार जी ने शिविर में उपस्थित सभी को ध्यान का प्रयोग करवाया। ज्ञानशाला विद्यार्थियों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण तेरापंथ सभा अध्यक्ष पारसमल भंसाली ने किया। ज्ञानशाला के आंचलिक संयोजक मानकचंद ने अपने विचार व्यक्त किए। सभा के मंत्री विनोद छाजेड़ ने इस वर्ष बेंगलुरु ज्ञानशाला को मिले विशेष पुरस्कारों की घोषणा की — श्रेष्ठ ज्ञानार्थी अक्षत छाजेड़, श्रेष्ठ ज्ञानशाला कामाक्षी पाल्या, श्रेष्ठ प्रशिक्षिका मंजू दक तथा वरिष्ठ प्रशिक्षिका सरस्वती बाफना। शिविर के प्रथम चरण में हनुमंत नगर ज्ञानशाला ने नुक्कड़ नाटिका प्रस्तुत की। फॉल्कन सिटी ज्ञानशाला के बच्चों ने नशा मुक्ति पर रोचक नाटक प्रस्तुत किया। त्यागराज नगर ज्ञानशाला के बच्चों ने निर्जरा के 12 भेद पर शानदार प्रस्तुति दी। वी.वी.पुरम ज्ञानशाला ने ज्ञानशाला में आने के महत्व को गीत के माध्यम से उजागर किया।
विल्सन गार्डन तथा कोरमंगला ज्ञानशाला के बच्चों ने ए.आई. के दुष्परिणाम बताए। टेनरी रोड ज्ञानशाला द्वारा भगवान महावीर और गौतम का संवाद प्रस्तुत किया गया। शंकर मठ ज्ञानशाला द्वारा भगवान ऋषभ और श्रेयांश कुमार के तपस्या पारणा का दृश्य उजागर किया गया। वहीं महालक्ष्मी लेआउट तथा एच.एस.आर. ज्ञानशाला द्वारा मनमोहक एक्शन गीत की प्रस्तुति दी गई। जिगनी बन्नेरघट्टा ज्ञानशाला द्वारा 8 कर्मों पर आधारित प्रेरणादायी प्रस्तुति हुई। आचार्य भिक्षु जन्म त्रिशताब्दी के उपलक्ष्य में चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों तथा जज कांता लोढ़ा को सम्मानित किया गया। मुंबई से पधारे जादूगर रमेश भाई जैन ने बच्चों को जादू के माध्यम से जैन धर्म के शिक्षा सूत्रों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी।
शिविर के द्वितीय चरण में औरंगाबाद (छत्रपति संभाजी नगर) से पधारे मोटिवेशनल स्पीकर सुदर्श रजनीश कटारिया ने बच्चों एवं अभिभावकों का ज्ञानवर्धक सेशन लेते हुए आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं का समाधान सरल भाषा में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन बबीता चोपड़ा एवं नीतागादिया ने किया। शिविर में ज्ञानशाला जोन संयोजिका चेतना वेदमुथा, लता गांधी, बबीता चोपड़ा, पवन संचेती, सहसंयोजिका अनीता नाहर, सीमा श्रीश्रीमाल आदि 85 से अधिक प्रशिक्षिकाओं की उपस्थिति रही। सुदर्श कटारिया का मोमेंटो से सम्मान किया गया। महिला मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी बोहरा, मंत्री विजेता रायसोनी एवं महासभा से प्रकाश लोढ़ा ने तेरापंथ सभा गांधीनगर, बेंगलुरु द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए पारितोषिक वितरित किए।