जीवन निर्माण में है संस्कारों का महत्व

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राजराजेश्वरी नगर।

जीवन निर्माण में है संस्कारों का महत्व

साध्वी पुण्ययशाजी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस का भव्य आयोजन हुआ। राजराजेश्वरी नगर एवं केंगेरी ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी व प्रशिक्षिकाएं उत्साहपूर्ण रैली के साथ राजराजेश्वरी नगर तेरापंथ भवन पहुंचे। साध्वी पुण्ययशाजी ने अपने उद्बोधन में बच्चों को प्रेरक कहानी के माध्यम से सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी तथा अभिभावकों को संदेश देते हुए कहा कि बच्चों को प्रथम संस्कार माता-पिता से ही मिलते हैं, तत्पश्चात पाठशाला एवं ज्ञानशाला के माध्यम से वे और अधिक संस्कारित होते हैं।
सभाध्यक्ष राकेश छाजेड़ ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से ज्ञानशाला भेजें ताकि उनमें नैतिकता व जीवन मूल्यों का विकास हो सके। ज्ञानशाला संयोजिका नीतू बाफना ने सभी का स्वागत किया एवं केंगेरी ज्ञानशाला की संयोजिका पूनम दक ने भावाभिव्यक्ति दी। राजराजेश्वरी नगर एवं केंगेरी के बच्चों ने ज्ञानशाला के महत्व और आवश्यकता को दर्शाते हुए प्रेरक नाटक एवं गीतिका की प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का संचालन अमिता छाजेड़ ने तथा आभार प्रदर्शन सीमा सहलोत ने किया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा, ट्रस्ट, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारी, बड़ी संख्या में अभिभावक एवं श्रावक समाज के सदस्य उपस्थित रहे।