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ज्ञानशाला में होता है संस्कारों का बीजारोपण
तेरापंथ सभा भवन में साध्वी सम्यकप्रभा जी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी श्री द्वारा नमस्कार महामंत्र एवं ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं द्वारा मंगलाचरण से हुआ। साध्वी सम्यक प्रभा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि समय के साथ सभी बदल रहे हैं, ऐसे में नन्हें बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण करना हो तो उन्हें ज्ञानशाला भेजना चाहिए। साध्वी मलयप्रभा जी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव श्री तुलसी की देन है ज्ञानशाला, जहां बच्चों को जैनत्व के बारे में जानकारी दी जाती है।
ज्ञानशाला प्रभारी मनीषा छाजेड़ के मार्गदर्शन में बच्चों ने "भीखण से भिक्षु यात्रा" का सुंदर परिसंवाद प्रस्तुत किया। प्राची कोठारी ने बच्चों से "सुन लो परमात्मा मेरी प्रार्थना" एक्शन शो की प्रस्तुति करवाई। ज्ञानशाला संयोजिका आशा डूंगरवाल ने ज्ञानशाला की गतिविधियों की प्रस्तुति दी। सभा मंत्री मनोहर लाल पितलिया ने अपने विचार रखे। पारितोषिक के प्रायोजक शांतिलाल गजरा देवी बापना द्वारा बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए। आभार ज्ञापन कोमल भंडारी ने किया और संचालन सज्जन मेहता ने किया।