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जीवन में मधुर संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण
साध्वी ललितकला जी के सान्निध्य में स्थानीय तेरापंथ भवन में विशाल दम्पति शिविर का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ साध्वी योगप्रभा जी एवं साध्वी मंजुलाश्री जी के मंगल स्वर से हुआ।साध्वी ललितकला जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पति एवं पत्नी एक सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों के शत-प्रतिशत सहयोग से ही गृहस्थी की गाड़ी सुचारु रूप से चलती है। आज के भागदौड़ भरे जीवन में एक-दूसरे को समय देना आवश्यक है। जीवन में मधुर संबंध बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
साध्वी मंजुलाश्री जी ने कहा कि पति-पत्नी परिवार के दो महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जिन्हें आपसी सहयोग एवं सामंजस्य बनाए रखना चाहिए। साध्वी समृद्धिप्रभा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विवाह दो दिलों एवं दो मस्तिष्कों का मिलन है। दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं को समझते हुए अपने-अपने दायित्वों का सजगता से निर्वाह करना चाहिए। शिविर में लगभग 61 दम्पति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी योगप्रभा जी ने किया। सभा अध्यक्ष मालचंद नौलखा, महिला मंडल अध्यक्षा सरिता चोपड़ा, सभा मंत्री धनपत तातेड़, विजयश्री दुगड़, तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष विकास तातेड़ एवं गौतम बाफना ने शिविर में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।