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कालूगणी महाप्रयाण दिवस मनाया
आमेट। साध्वी सम्यकप्रभा जी के सान्निध्य में तेरापंथ के अष्टमाचार्य पूज्य कालूगणी का 90वां महाप्रयाण दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने सुंदर गीतिका का संगान किया। साध्वी सम्यकप्रभा जी ने कहा कि भाद्रव शुक्ला षष्ठी के दिन विक्रम संवत 1993 को आचार्य कालूगणी ने सायं सूर्यास्त के आस-पास गंगापुर में मुनि मगनलाल स्वामी से अनशन ग्रहण कर देवलोक गमन हुऐ। साध्वीश्री ने कहा कि आचार्य श्री कालूगणी का काल तेरापंथ धर्म संघ के लिए स्वर्णिम काल माना जाता है। जिसमें उन्होंने तेरापंथ का विस्तार मध्यप्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र जैसे सुदूर प्रांत में किया। विद्या व संस्कृत क्षेत्र में प्रगति लाई और बड़ी संख्या में दीक्षाएं करवाई। साध्वी सौम्यप्रभाजी, साध्वी मलयप्रभाजी, साध्वी दीक्षितप्रभाजी ने आचार्य कालूगणी के महाप्रयाण दिवस पर अपने विचारों व गीतिका के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर महेंद्र कुमार बोहरा, जीवन ज्योति बापना, गजरा देवी बापना ने गीतिका व संभाषण द्वारा भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित किये।