तप के द्वारा होता है आत्मा का शुद्धिकरण

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तप के द्वारा होता है आत्मा का शुद्धिकरण

भाई-बहनों, युवकों और कन्याओं में तप के प्रति गहरा उत्साह देखने को मिल रहा है। कहा जाता है कि तपस्या से पूर्व संचित कर्म कटते हैं और आत्मा निर्मल, पावन तथा कंचन की भाँति पवित्र हो जाती है। इसी कड़ी में दुबली-पतली अनिता गोलछा ने मासखमण करके कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके साथ ही अठाई, नौ, ग्यारह और पखवाड़ा जैसे विविध तप भी प्रवर्धमान हैं। तपाभिनंदन समारोह में 'शासन गौरव' साध्वी राजीमती जी ने उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि तप के द्वारा आत्मा का शुद्धिकरण होता है। साध्वीप्रमुखाश्री का मंगल संदेश साध्वी समताश्री जी ने वाचन किया तथा अभिनंदन पत्र का वाचन तेयुप मंत्री सुरेश बोथरा ने किया। साध्वी पुलकितयशा जी ने कहा कि दृढ़ मनोबल और आत्मशक्ति से ही तप संभव है, जिसके द्वारा कर्मों का क्षय होता है। तेरापंथ महिला मंडल, कन्या मंडल, युवक परिषद और दुगड़, गोलछा, मरोठी परिवारों द्वारा गीतिका और भावपूर्ण प्रस्तुतियों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। साध्विवृंद ने 'तप है मोक्ष रो द्वार' गीत के माध्यम से अनुमोदना की भावना प्रकट की। कवि इंदरचंद बैद ने कहा कि तेरापंथ भवन में तपस्वियों की बहार आ गई है और वातावरण तपमय बन गया है।
तपस्वियों में अनिता गोलछा ने 30 दिन का तप कर विशेष कीर्तिमान बनाया। अन्य तपस्वियों ने भी अट्ठाई और ऊपर की तपस्या की। इस अवसर पर महिला मंडल अध्यक्षा प्रीति मराठी, मंत्री मोनिका बैद, तेरापंथ सभा अध्यक्ष शुभकरण चौरडिया, मंत्री मनोज घीया, तेयुप अध्यक्ष निर्मल चोपड़ा, मंत्री सुरेश बोथरा, प्रकाशचंद भूरा, इंदरचंद बैद, अनुराग बैद, प्रदीप मालू, सूरजमल मालू, शारदा संचेती, रोशनी गोलछा, ओमप्रकाश गोलछा, श्रीरामलाल सेठिया, मांगीलाल संचेती और दीपक मरोठी सहित अनेक वक्ताओं ने तपस्वियों के प्रति अपनी भावांजलि अर्पित कर बधाई दी। तेरापंथी सभा, महिला मंडल और युवक परिषद द्वारा अभिनंदन पत्र, मोमेंटो और तस्वीर भेंटकर सभी तपस्वियों का सम्मान किया गया। कुशल संचालन मंजू बैद ने किया।