प्राकृतिक चिकित्सा और योग से मिलेगी राहत

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नई दिल्ली।

प्राकृतिक चिकित्सा और योग से मिलेगी राहत

अध्यात्म साधना केन्द्र, छतरपुर, दिल्ली में पार्किंसन रोगियों के लिए 30 दिवसीय विशेष आवासीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक चलेगा। पार्किंसन एक प्रगतिशील न्यूरोलॉजिकल विकार है, जो शरीर की गति नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करता है और इसके कारण रोगियों को हाथों का कांपना, मांसपेशियों की जकड़न, गतिहीनता और भावनात्मक असंतुलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अध्यात्म साधना केन्द्र के निदेशक के.सी. जैन ने बताया कि इस रोग का इलाज केवल दवाइयों से करना एक जटिल प्रक्रिया है, जबकि प्राकृतिक चिकित्सा, योग, ध्यान और विशेष आहार जैसी विधियाँ रोगियों को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्तर पर राहत प्रदान करती हैं। इस शिविर का उद्देश्य रोगियों को दवाइयों पर निर्भरता कम करने के साथ-साथ रोग के मूल कारणों पर भी कार्य करना है। शिविर में भाग लेने वाले रोगियों को योग, प्राणायाम, शिरोधारा, नस्यम चिकित्सा, मालिश, हर्बल पोटली, मिट्टी पट्टी, जल चिकित्सा और ध्यान जैसी पद्धतियों का अनुभव कराया जाएगा। इन विधियों से डोपामिन उत्पादन में सुधार, मांसपेशियों की जकड़न में कमी, मानसिक शांति, बेहतर पाचन और रक्तसंचार जैसी कई लाभकारी परिणाम सामने आते हैं। अध्यात्म साधना केन्द्र में पूर्व में आयोजित शिविरों से जुड़े अनुभव बेहद सकारात्मक रहे हैं। कई रोगियों ने कंपन में कमी, बेहतर गतिशीलता, मानसिक शांति और पाचन की स्थिति में सुधार महसूस किया है। सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही कि कई लोगों ने दवाइयों पर अपनी निर्भरता कम करने में सफलता प्राप्त की है। अध्यात्म साधना केन्द्र का यह शिविर प्राकृतिक और समग्र दृष्टिकोण से उपचार की दिशा में एक अनूठा प्रयास है। कार्यक्रम की अवधि 30 दिन होगी और इसमें योग, ध्यान तथा विशेष आहार योजना की विशेषताएँ शामिल रहेंगी। पंजीकरण के लिए 9643300652 पर संपर्क किया जा सकता है।