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प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल एवं प्रेक्षा फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित 'प्रेक्षा प्रवाह – शक्ति एवं शांति की ओर’ के अंतर्गत ‘आओ, नींद को अपनी ताकत बनाएं’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल साउथ दिल्ली द्वारा साध्वी डॉ. कुंदनरेखा जी के सान्निध्य में अध्यात्म साधना केंद्र, महरौली में किया गया। नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। साउथ दिल्ली महिला मंडल की अध्यक्ष सरोज भूतोड़िया ने सभी बहनों का स्वागत किया। जोन एक की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का सुंदर संगान किया गया। साध्वी डॉ. कुंदनरेखा जी ने नींद के आध्यात्मिक पक्ष को उजागर करते हुए कहा कि प्रेक्षाध्यान केवल एक ध्यान विधि नहीं, बल्कि एक ऐसी जीवनशैली है जो हमें मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और शक्ति के जागरण की दिशा में अग्रसर करती है। उन्होंने नींद पर विजय प्राप्त करने का अत्यंत सुंदर प्रशिक्षण दिया और बताया कि आगम के अनुसार दर्शनावरणीय कर्म के कारण हमें नींद आती है। प्रेक्षाध्यान पद्धति में कायोत्सर्ग, प्राणायाम और सात्विक भोजन के माध्यम से हम अच्छी नींद प्राप्त कर सकते हैं।
विषयनुरूप प्रशिक्षण योगा थेरेपिस्ट लिली ने अच्छी नींद की आवश्यकता पर बोलते हुए अर्धमत्स्येंद्रासन, ताड़ासन और भुजंगासन के अभ्यास करवाए। साथ ही प्राणायाम में अनुलोम-विलोम और महाप्राण ध्वनि का प्रशिक्षण दिया। योग प्रशिक्षक अजय ने कायोत्सर्ग का सुंदर अभ्यास करवाया तथा नींद की समस्या के वैज्ञानिक पक्ष को उजागर करते हुए बताया कि अच्छी नींद के लिए मेलाटोनिन हार्मोन अति आवश्यक है। हमारा पीनियल ग्लैंड संतुलित होना, साथ ही सिम्पेथेटिक और पैरासिम्पेथेटिक सिस्टम का व्यवस्थित एवं संतुलित रहना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, नाड़ी शोधन प्राणायाम आदि अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। सूर्यास्त से पूर्व भोजन करना और मैदा आदि वस्तुओं का त्याग करने से भी नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। दोनों प्रशिक्षकों का मंडल द्वारा सम्मान किया गया। कल्पना सेठिया ने विषयानुरूप कविता का वाचन किया। आभार ज्ञापन मंडल मंत्री संगीता दुगड़ एवं संचालन जोन 1 की संयोजिका रश्मि भूरा ने किया।