विकास का बहुत बड़ा माध्यम है तेरापंथ कन्या मंडल
मैसूर
तेरापंथ भवन में साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में तेरापंथ कन्या मंडल द्वारा ‘उड़ान’ ‘कदम जमीं पर छू लें आसमां’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में साध्वी राजुलप्रभा जी, साध्वी चैतन्यप्रभा जी की सन्निधि रही। मुख्य वक्ता अखिल भारतीय तेरापंथ कन्या मंडल प्रभारी अर्चना भंडारी रही। कार्यक्रम के दौरान साध्वी राजुलप्रभा जी ने कहा कि आज विकास की दृष्टि से आसमान छू लेने की बहुत सुविधाएँ हैं, लेकिन कदम संस्कारों की जमीन पर ही स्थिर रहे, यह अपेक्षित हैं साध्वी चैतन्यप्रभा जी ने कहा कि स्वतंत्रता के साथ अनुशासन जीवन को नई दिशा दे सकता है। अपने वक्तव्य में अर्चना भंडारी ने कहा कि हमारे विचार, व्यवहार, क्रियाकलापों में जैनत्व एवं मानवीयता परिलक्षित होनी चाहिए। कन्या मंडल के सदस्य परस्पर मिलजुलकर एक-दूसरे के विकास में सहयोग दे। मैसूर कन्या मंडल ने एक लघु नाटिका के माध्यम से विषय को प्रस्तुत किया। कार्यशाला की शुरुआत मंड्या कन्या मंडल के मंगलाचरण द्वारा हुई। मैसूर कन्या मंडल प्रभारी संतोष कोठारी ने भाषण द्वारा सबका स्वागत किया। कन्या मंडल संयोजिका दर्शना पोखरना ने कन्या मंडल प्रभारी अर्चना भंडारी का परिचय दिया। कन्या मंडल की सह-संयोजिका शिल्पा श्रीमाल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मोक्षी पितलिया ने किया। कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 40 कन्याओं ने उपस्थिति दर्ज कराई।