मुमुक्षु अभिनंदन समारोह आयोजित

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बायतु।

मुमुक्षु अभिनंदन समारोह आयोजित

तपागच्छ सम्प्रदाय अहमदाबाद में संयम ग्रहण करने वाली मुमुक्षु दिव्या का अभिनंदन समारोह उपखण्ड मुख्यालय स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर साध्वी जिनरेखा ने कहा मोह को त्याग कर दीक्षा रूपी संयम जीवन को स्वीकार करने के लिए आगे बढ़ा जा सकता है। दीक्षा लेना मानवभव की श्रेष्ठतम साधना है। साध्वी श्वेतप्रभा जी ने कहा मुमुक्षु दिव्या को बचपन से देखा साधना के पथ को स्वीकार कर अपने जीवन को उज्ज्वल बना रही है। साध्वी धवलप्रभा जी ने कहा जिनके कर्मों की पुण्याई उदय में आती हैं वही व्यक्ति इस मार्ग को स्वीकार करता है। साध्वी मार्दवयशा ने कहा संयम पथ भव-भव के बंधनों से मुक्ति का मार्ग है। साध्वी मधुरयशा जी का मंगल सान्निध्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर मुमुक्षु दिव्या चौपड़ा ने अपने ननिहाल की यादों को जीवंत कर अपने वैराग्य जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि संयम-साधना मोक्ष मार्ग की तरफ़ जाने का एक माध्यम है। सभी व्यक्ति जीवन में छोटे- छोटे संकल्पों के माध्यम से भी अपने जीवन को संयमी बना सकते हैं मुमुक्षु दिव्या ने माता पिता एवं ननिहाल परिवार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अहमदाबाद में भगवती दीक्षा समारोह में आमंत्रित किया। इस अवसर पर मामा मदनलाल बालड़, तेरापंथ कन्या मंडल ने वक्तव्य व भाषण के माध्यम से मुमुक्षु के प्रति मंगल कामना की।
नेमीचंद अमृतलाल बालड़ परिवार, तेरापंथ सभा, महिला मंडल, कन्यामंडल द्वारा मुमुक्षु बहिन का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम में नेमीचंद छाजेड़, सभा अध्यक्ष राकेश जैन, नेमीचंद बालड़, कोषाध्यक्ष मदन बालड़, महिला मंडल अध्यक्षा अनिता जैन, वीर माता सुशीला चौपड़ा, कन्यामंडल संयोजिका हर्षिता भंसाली आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्वेतप्रभा जी ने किया।