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गुरु की कृपा दृष्टि में ही समाहित है सफलता की संभावना
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा आदर्श नगर द्वारा युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वी लक्ष्यप्रभाजी आदि ठाणा-3 के पावस प्रवास की परिसंपन्नता पर मंगल भावना समारोह का आयोजन उनके सान्निध्य में आदर्श नगर स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत साध्वी लक्ष्यप्रभाजी द्वारा उच्चारित नमस्कार महामंत्र से हुई। पूर्व पार्षद एवं चंदा जैन, पूर्व व्याख्याता मंजु जैन, महिला मंडल कोषाध्यक्ष धनलक्ष्मी जैन, महिला मंडल अध्यक्ष मंजु जैन, तेरापंथी सभा सवाई माधोपुर के सक्रिय श्रावक नरेन्द्र जैन झंडे वाले, नन्ही बालिका कमीक्षा जैन, युवक परिषद अध्यक्ष भीकम जैन, पूर्व प्रधानाचार्य शोभा जैन, सभा अध्यक्ष कमलेश जैन एडवोकेट, महिला मंडल सदस्या गीतेश जैन, पोरवाल समाज के पूर्व महामंत्री रतन लाल जैन, प्रशिक्षिका सीमा जैन, पूर्व पार्षद एवं प्रशिक्षिका सुमिता जैन सिम्मी, पूर्व प्रधानाचार्य एवं उपासक चन्द्रप्रकाश जैन, भक्तिरस में लीन रेणु चौहान, सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं तेरापंथी सभा मंडी रोड़ के अध्यक्ष अनिल जैन एडवोकेट, पूर्व शिक्षा अधिकारी एवं वरिष्ठ उपासक रामेश्वर प्रसाद जैन आदि श्रावक श्राविकाओं ने चातुर्मास की उपलब्धियों की जानकारी दी। साध्वीवृन्द के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। सभी ने साध्वीवृन्द के मंगल बिहार हेतु शुभ भावनाएं व्यक्त की।
इस अवसर पर महिला मंडल, युवक परिषद, कन्या मंडल व ज्ञानशाला के बालक बालिकाओं व प्रशिक्षिकाओं द्वारा सामूहिक गीतिकाओं की सुमधुर प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला के नन्हें मुन्नों द्वारा साध्वीवृन्द के व्यक्तित्व को दर्शाने वाले लघु नाटिका द्वारा भावाभिव्यक्ति दी गई। सभा के मंत्री नरेन्द्र जैन ने साध्वीश्री के पावस प्रवास में ज्ञान,दर्शन,चरित्र व तप के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों की जानकारी दी व चातुर्मास व्यवस्था में सहयोग देने वाले श्रावक समुदाय की प्रशंसा करते हुए सभा की ओर से आभार व्यक्त किया। साध्वी लक्ष्यप्रभाजी ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन में पावस प्रवास में प्राप्त उपलब्धियों को परम पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री महाश्रमणजी की दृष्टि व कृपा का परिणाम बतलाते हुए गुरु की महिमा का बखान किया। उन्होंने श्रावक-श्राविकाओं को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनकर सतत् क्रमशील बनने की प्रेरणा दी।
ज्ञानशाला को भविष्य की आधारशिला मानते हुए नियमित ज्ञानशाला संचालन करने की सीख दी। उन्होंने श्रावक समाज को प्रवचनों के माध्यम से जो कुछ भी सीखा उसको जीवन अंग बनाने की बात भी कही। मंगल भावना समारोह का कुशल संचालन मंत्री नरेन्द्र जैन ने किया। साध्वीश्री तेरापंथ भवन आदर्श नगर से विहार कर राजनगर पधारेगी व आगामी जनवरी मास में गुरु सन्निधि में उपस्थित होगी।