बच्चों को दिया व्यसन मुक्त जीने का संदेश

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बीकानेर।

बच्चों को दिया व्यसन मुक्त जीने का संदेश

जिला उद्योग संघ में तपस्वी मुनि कमलकुमार जी ने जैन अनुयायियों, पुण्यार्थम ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्कार केंद्रों में अध्ययनरत विद्यार्थियों तथा उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य चाहे किसी का भला करने में समर्थ हो या नहीं, लेकिन किसी का बुरा कभी नहीं करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि किसी भी त्योहार या उत्सव को आपसी भाईचारे व सौहार्द के साथ मनाएं, किंतु इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उत्सव के कारण पर्यावरण प्रदूषित न हो और आसपास के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। मुनि श्री ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं, अपने परिवार एवं समाज के स्वास्थ्य और संस्कारों पर ध्यान देना चाहिए तथा व्यसनों से दूर रहते हुए सात्विक जीवन अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य आप सभी को श्रेष्ठ इंसान बनाना है। यदि आप मानवता और सद्कर्मों के मार्ग पर अग्रसर रहेंगे, तो जीवन में आने वाली बाधाएं स्वतः दूर होती जाएंगी और देश का नाम भी गौरवान्वित होगा। कार्यक्रम के दौरान बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने मुनि श्री को बीकानेर की लगभग 500 वर्षों की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली आर्ट गैलरी का भ्रमण करवाया। भगवान महावीर चाइल्ड वेलफेयर ट्रस्ट के 240 विद्यार्थियों को ज्ञान पुस्तिकाएं एवं शिक्षण सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम में नरेश मित्तल, कन्हैयालाल बोथरा, विमल सिंह चोरड़िया, लूणकरण छाजेड़, बसंत नौलखा, अनंतवीर जैन, किशनलाल बोथरा, धर्मेंद्र डाकलिया, नारायण चोपड़ा, राजकुमार पचीसिया, अशोक गहलोत, भंवरलाल चांडक, महावीर दफ्तरी, विपिन मुसरफ, पूनमचंद राइका सहित जैन समुदाय के अनेक श्रावक–श्राविकाएँ उपस्थित रहे।