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विशेष ज्ञानशाला का आयोजन
पूज्य गणाधिपति गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी द्वारा प्रवर्तित ज्ञानशाला उपक्रम के अंतर्गत साध्वी कीर्तिलताजी के सान्निध्य में 15 वर्ष और उससे कम आयु के बच्चों हेतु विशेष ज्ञानशाला का आयोजन मुथा भवन, ब्यावर में किया गया जिसमें तेरापंथ समाज के 18 बच्चों ने भाग लिया। उक्त ज्ञानशाला के आयोजन में तेरापंथ सभा के मनीष रांका, युवक परिषद के शेरसिंह मरलेचा, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष चंद्रकांता दुगड़ एवं मंत्री सुनीता सकलेचा का विशेष सहयोग रहा। ज्ञानशाला के दौरान साध्वीश्री जी द्वारा बच्चों को गुरुवंदन कैसे किया जाए इसकी विधि बताई गई साथ ही 'अर्हम-अर्हम की वंदना फले' प्रार्थना के साथ ज्ञानशाला की विधिवत शुरुआत की गई।
ज्ञानशाला में बच्चों को 25 बोल में से 10 बोल, नमस्कार महामंत्र, साधु-साध्वियों को किस प्रकार विधिपूर्वक वंदन किया जाए वंदन पाठ, परमेष्ठी वंदन, तेरापंथ आचार्य परंपरा के 11 आचार्य के नाम, जैन शासन के 24 तीर्थंकर परंपरा के नाम, गुरु वंदन पाठ, सामायिक पाठ एवं सामायिक आलोचना इत्यादि कंठस्थ करवाए गए। साध्वीश्री के द्वारा ज्ञानशाला के महत्व को समझाते हुए अभिभावकों के साथ बैठक कर ज्ञानशाला को अनवरत रूप से प्रत्येक रविवार को चलने हेतु श्रीमती इंदु भटेवरा आशा रांका एवं इंदु मुथा, पुरुष वर्ग में दयाराम जी एवं अभय जी सांखला को ज्ञानशाला संरक्षक/संरक्षिका के रूप में मनोनीत किया गया तीन दिन की ज्ञानशाला में आए हुए बच्चों के अल्पाहार की व्यवस्था तेरापंथ सभाध्यक्ष धनराज रांका के द्वारा की गई। अंत में तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष मुकेश रांका द्वारा बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पुरस्कार वितरण किया गया ।