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भक्तामर कार्यशाला का आयोजन
आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदूषी सुशिष्या साध्वी डॉ. गवेषणा श्री जी (ठाणा–4) के पावन सानिध्य में तेरापंथ भवन, डी. वी. कॉलोनी, सिकंदराबाद में 'भक्तामर स्तोत्र कार्यशाला — Power of Bhaktamar' का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल, हैदराबाद तथा संगम फाउंडेशन, हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ। भक्तामर स्तोत्र की महिमा के विशद वर्णन हेतु आध्यात्मिक हीलर एवं ग्लोबल मदर डॉ. मंजू जैन, नागपुर से पधारीं। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी श्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ हुआ। तत्पश्चात तेरापंथ महिला मंडल, हैदराबाद की बहनों द्वारा प्रेरणा-गीत का मधुर संगान किया गया। महिला मंडल की अध्यक्ष नमिता सिंघी ने सभी आगंतुक श्रावक-श्राविकाओं का हार्दिक स्वागत किया। संगम फाउंडेशन की अध्यक्ष नीरज जैन ने डॉ. मंजू जैन का परिचय देते हुए उनके द्वारा भक्तामर स्तोत्र के माध्यम से सैकड़ों लोगों की असाध्य बीमारियों, मानसिक अशांति, व्यवसाय तथा संतान-संबंधी समस्याओं के सफल समाधान का उल्लेख किया। योग एवं वेलनेस विशेषज्ञ नवीता नाहटा ने सत्र के आरंभ में ध्यान-प्रयोग करवाया। इसके पश्चात डॉ. मंजू जैन ने भक्तामर स्तोत्र के 48 श्लोकों तथा उनके बीज मंत्र एवं ऋद्धि मंत्र का उच्चारण करवाते हुए प्रत्येक श्लोक का अर्थ, महत्व व जीवन में उनके प्रयोग की विधि समझाई। उन्होंने बताया कि भक्तामर स्तोत्र की साधना द्वारा असाध्य रोग, न्यायालय संबंधी जटिलताएँ, नौकरी-व्यवसाय की बाधाएँ तथा जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान संभव है। इसके साथ ही उन्होंने सभी उपस्थित भाई-बहनों को हीलिंग भी प्रदान की। साध्वी डॉ. गवेषणा श्री जी ने कहा कि आचार्य मानतुंग द्वारा तीर्थंकर आदिनाथ की स्तुति में रचित भक्तामर स्तोत्र यदि शुद्ध विधि-विधान एवं श्रद्धा के साथ साधना रूप में किया जाए तो इसका अद्भुत प्रभाव अनुभव होता है। उन्होंने साध्वी श्री मयंक प्रभा जी के संयम-पर्याय के 25 वर्ष पूर्ण होने पर श्रावक-समाज द्वारा की गई अनुमोदना का भी उल्लेख किया। कार्यक्रम के दौरान तेरापंथ महिला मंडल, हैदराबाद द्वारा मंजू जैन का सम्मान किया गया। कार्यशाला की संयोजिका पायल पारख, शकुंतला बुच्चा एवं संतोष गुजरानी रहीं। कार्यक्रम के प्रायोजक भंवरी लाल, अक्षय, गिरीश कोठारी, प्रेमचंद लाड, देवी, राजेश व सविता सोनी परिवार रहे। सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में लगभग 400 से अधिक श्रावक-समाज की उपस्थिति रही। अंत में मंत्री निशा सेठिया के धन्यवाद-ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।