रूपांतरण एक्सपे्रस कषाय कार्यशाला
नोखा
अभातेममं निर्देशित रूपांतरण एक्सप्रेस के अंतर्गत कषाय विषय पर कार्यशाला का आयोजन नोखा तेरापंथ भवन में शासन गौरव साध्वी राजीमती जी के सान्निध्य में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष मंजु बैद द्वारा कल्याण मंदिर स्तोत्र से किया तथा कषाय अर्थात क्रोध, मान, माया, लोभ के विषय में बताया कि यह सभी कर्म बंध के कारण हैं एवं व्यवहार में सरलता एवं सहजता से और विनयशीलता से कषाय को कम कर सकते हैं। शासन गौरव साध्वी राजीमती जी ने कषाय का पहला कारण क्रोध के बारे में विस्तार से बताया। क्रोध कैसे मिटे? क्रोध एक जटिल समस्या है। क्रोध में व्यक्ति अपने आपको भूल जाता है। क्रोध पर विजय के उपाय साध्वीश्रीजी ने बताए तथा ध्यान और दीर्घ श्वास प्रेक्षा के प्रयोग भी करवाए। बिंदु लुणावत ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में बहनों की अच्छी उपस्थिति रही। साध्वीश्रीजी की प्रेरणा से पार्श्वनाथ जयंती पर 85 आयंबिल, 101 उपवास किए गए। अभातेममं के निर्देशन में निवी तप अनुष्ठान में 81 बहनों ने निवी तप किया। स्नेहम प्रोजेक्ट में मूक-बधिर, मंद बुद्धि विद्यालय में पाठ्य-सामग्री तथा बैडसीट और स्कीन केयर जरूरत का सामान दिया।